चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उप शासन सचिव अनिल कुमार कौशिक ने 27 मार्च को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक खान व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण गौड़ को पीसीआर टैस्टिंग लैब बनाने को कहा। यह मशीन एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की तरफ से दी जा रही है। इसकी स्थापना विशाल मेडिकल इक्यूमेंट कम्पनी जयपुर करेगी।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. राजन नन्दा ने बताया कि कॉलेज में पांच कमरों की लैब तैयार करने के लिए शनिवार को आरएसडीसी के प्रोजेक्ट अधिकारी अरुण शर्मा को काम शुरू करने को कहा। स्वास्थ्य निदेशक डॉ. केके शर्मा ने पिछले दिनों दौरे में जांच मशीन भीलवाड़ा में लगाने की घोषणा की थी। शर्मा ने भी काम शुरू कर दिया। शर्मा का कहना है कि इस लैब को तैयार करने में 15 दिन लगेंगे। लैब एयर टाइट होनी चाहिए। फर्नीचर व अन्य संसाधनों पर लगभग 20 लाख रुपए व्यय होंगे।
विशाल कम्पनी के एमडी विक्रम शेखावत ने बताया, करीब 25 लाख की लागत की यह मशीन लगाने में समय लगेगा। जगह व संसाधन मिलते ही एक दिन में मशीन इंस्टॉल कर दी जाएगी। मशीन इंस्टाल व संचालन के लिए चार सदस्य भीलवाड़ा में रहेंगे। इसी दौरान स्थानीय कर्मचारियों को संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मशीन से डेढ़ घंटे में कम से कम 48 जांच हो सकेगी। यानी साढे़ आठ घंटे में 280 से अधिक जांच हो सकेगी। अभी 24 से 72 घंटे लग रहे हैं।