मेडिकल कौसिंल ऑफ इंडिया की दिल्ली में गत सप्ताह आयोजित बैठक में कार्यवाहक मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ.अरुण गौड ने मेडिकल कॉलेज के दूसरे साल में वर्ष २०१९-२० के लिए प्रथम वर्ष के लिए ५० सीटें बढ़ाए जाने के बावजूद वित्तीय राशि जारी नहीं करने और आवश्यक सुविधा व उपकरण नहीं जुटाने की मांग उठाई थी।
अभी ये आ रही समस्या
कॉलेज में अभी कुल विद्यार्थियों की संख्या २४९ है। गत वर्ष एक छात्र की हादसे में मृत्यु के बाद प्रथम वर्ष में १०० में से ९९ छात्र रह गए थे। अगले वर्ष तृतीय वर्ष की पढ़ाई भी शुरू होने पर मेडिकोज की संख्या २४९ से बढ़कर ३९९ हो जाएगी। लेकिन कॉलेज में अभी हॉस्टल निर्माण कार्य अधूरा है। इंटरशिप के लिए विद्यार्थियों के लिए छात्रावास ही नहीं बना है। प्राचार्य आवास तक नहीं है। उपाचार्य, आचार्य, सह आचार्य व रेजिडेंट आवास का निर्माण अटका हुआ है।
कॉलेज में अभी कुल विद्यार्थियों की संख्या २४९ है। गत वर्ष एक छात्र की हादसे में मृत्यु के बाद प्रथम वर्ष में १०० में से ९९ छात्र रह गए थे। अगले वर्ष तृतीय वर्ष की पढ़ाई भी शुरू होने पर मेडिकोज की संख्या २४९ से बढ़कर ३९९ हो जाएगी। लेकिन कॉलेज में अभी हॉस्टल निर्माण कार्य अधूरा है। इंटरशिप के लिए विद्यार्थियों के लिए छात्रावास ही नहीं बना है। प्राचार्य आवास तक नहीं है। उपाचार्य, आचार्य, सह आचार्य व रेजिडेंट आवास का निर्माण अटका हुआ है।