सहायक उपनिरीक्षक मदनलाल ने बताया कि रात में कालू माली परिवार समेत खेत पर सोया था। देर रात मुहं पर नकाब पहने छह-सात जने खेत में घुसे। कमरे में सो रही कालू की पत्नी दाखी के गले में पहने गहने खोलने लगे। इससे दाखी की नींद खुल गई। उसने शोर मचाया तो उस पर लाठी से वार किया। चीख सुनकर आसपास सो रहे परिवार के अन्य सदस्य जाग गए। लुटेरों ने कालू, उसकी पत्नी दाखी देवी, पुत्री निरमा व साले की बेटी नारायणी व बेटे पर हमला किया। लुटेरों ने महिला व युवती के गले से रामनामी, मांदलिया के साथ पैरों में पहनी साढ़े छह सौ ग्राम चांदी की पायजब छीन ली। कमरे की तलाशी लेकर कपड़ों के नीचे दबाकर रखे पचास हजार नकद ले गए। घटना के बाद लुटेरे फरार हो गए। लुटेरों के जाने के बाद परिवार ने शोर मचाया। इस दौरान आसपास खेतों में मौजूद लोग दौड़कर आए। सूचना पर सदर पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल का मुआयना किया। घायलों का उपचार कराया गया। पुलिस लुटेरों का पता कर रही है।