READ :सेल्फी लेकर रावण ने 20 सैकंड में ही त्याग दिए प्राण जानकारी के अनुसार दशहरे पर रावण दहन को लेकर दो पक्ष आमने-सामने हो गए थे। जिन्हें पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंच मामला शान्त कराया। ग्राम पंचायत के तत्वाधान में संकट मोचन हनुमान मन्दिर के पास आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में एक पक्ष के लोगों का आरोप था कि रावण दहन राव परिवार की ओर से करने की परम्परा है। दूसरे पक्ष के लोगों को कहना था कि पंचायत के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में पंचायत चाहे जिसको बुला कर रावण दहन करा सकती है। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। दूसरे पक्ष ने शाम सवा छह बजे ही रावण दहन कर दिया। जिले प्रथम पक्ष के लोग वहां पहुंचे और रावण दहन होता देख उत्तेजित हो गए।
READ:डिवाइडर से टकरा कर कार खाई में गिरी, दो की हुई मौत एसडीएम सीएल शर्मा, तहसीलदार अजित सिंह, थानाप्रभारी दिनेश कुमावत मौके पर पहुंचे तथा मुहुर्त से पूर्व दुबारा से झाडिय़ां लगा कर एक पक्ष के लोगों से रावण दहन कराया था। इस घटना के विरोध में रविवार को दूसरे पक्ष के लोगों ने बाजार बंद करवा दिया तथा प्रदर्शन कर उपखंड अधिकारी सीएल शर्मा को ज्ञापन सौंपा। उपखंड अधिकारी ने दोनों पक्षों को समझाया। मौके पर पुलिस उपाधीक्षक चंचल मिश्रा व जाप्ता तैनात रहे। फिलहाल कस्बे में शांति बनी हुई है।
सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए सौंपा शपथ पत्र
इस मामले के विरोध में ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए उपखंड अधिकारी को शपथ पत्र सौंपा। जिसमें सरंपच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही गई है।
इस मामले के विरोध में ग्राम पंचायत के वार्ड पंचों ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए उपखंड अधिकारी को शपथ पत्र सौंपा। जिसमें सरंपच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही गई है।