ब्यावर रोड पर पशु चिकित्सालय के निकट शनिवार रात को मोटरसाइकिल पर जा रहे दम्पती को रास्ते में रोककर जीप में आए कुछ लोग मारपीट कर युवक का अपहरण कर ले गए। रास्ते में उसके साथ गम्भीर मारपीट कर ३५ किलोमीटर दूर फेंक गए। इस दौरान तीन थाना पुलिस अपहरणकर्ताओं की तलाश में दौड़ लगाती रही। मारपीट में घायल युवक को रात में महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। माण्डल पुलिस देर रात तक अपहरणकर्ताओं को नामजद कर उनकी तलाश में जुटी थी।
थानाधिकारी दिनेश कुमावत के अनुसार घोड़ाजी खेड़ा निवासी सुखदेव गुर्जर और उसकी पत्नी भंवरी देवी शाम को बाइक पर माण्डल से गांव लौट रहे थे। ब्यावर रोड पर पशु चिकित्सालय के निकट पीछे से बिना नम्बरी जीप में आए कुछ लोगों ने बाइक के आड़े लगाकर रोक लिया। बाइक रूकते ही दम्पती के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। इस दौरान सुखदेव को जबरन जीप में बैठा ले गए। इस बीच भंवरी देवी दौड़कर माण्डल थाने पहुंची और घटनाक्रम की जानकारी दी।
हरकत में आई पुलिस, तीन थानों को लगाया अपहरण की सूचना पर पुलिस हरकत में आ गई। माण्डल, बागोर और माण्डल थाना पुलिस को तलाश में लगा दिया गया। इलाके से गुजरने वाले मार्गों पर कड़ी नाकाबंदी कर दी। इस दौरान माण्डल पुलिस उपाधीक्षक चंचल मिश्रा भी तलाश में जुट गई। करीब तीन घण्टे बाद बनेड़ा थाना क्षेत्र के कल्याणपुरा-सालमपुरा मार्ग पर एनीकट के निकट सुखदेव गम्भीर हालत में मिला। उसे एमजीएच भर्ती कराया गया। उसके साथ रास्ते में मारपीट की गई। इस बीच अपरहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग पर ग्रामीण और परिजनों ने माण्डल थाने पहुंच कर प्रदर्शन किया।
यहां से शुरू हुई अपहरण की कहानी प्रारंभिक जांच में सामने आया कि सुखदेव की पत्नी भंवरी देवी का पीहर हमीरपुरा है। भंवरी के कोई भाई नहीं है। उसके पिता का फरवरी में ही निधन हुआ। पिता के नाम पर बारह बीघा जमीन है। इस जमीन को भंवरी के चचेरे भाई ने अपने पुत्र के गोद नाम पर करवा दी। गोद नाम में भंवरी के पिता के कोई संतान नहीं बताई गई। जबकि भंवरी के हिस्से में बारह बीघा जमीन आ रही। भंवरी के रिश्तेदारों ने ही जमीन विवाद को लेकर सुखदेव का अपहरण किया। पुलिस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई थी।