जानकारी के अनुसार मानपुरा निवासी मोहनी बाई (70) पत्नी रामलाल सालवी रविवार रात मकान के बरामदे में सो रही थी। रविवार को देर रात अज्ञात लुटेरे खिड़की तोड़कर मकान में घुसे और मोहनीबाई की के गले में पहना सोने का मांदलिया चाकू से काट लिया। लुटेरों ने उसका मुंह बंद कर दिया। बाद में लुटेरों ने उसके पैरों में पहने चांदी के कड़े खोलने का प्रयास किया। कुछ लुटेरों ने कमरे में रखे ड्रम का ताला तोड़कर उसमें रखे 12 तोला वजनी सोने के आभूषण, चार किलो वजनी चांदी के जेवर, डेढ लाख रुपए लूट लिए।
यह आभूषण वृद्धा की पुत्र वधू व बेटियों के थे। लुटेरे अपने साथ पत्थर व लाठी भी साथ लाए थे। वारदात के समय वृद्धा का पुत्र डालचंद सहित परिवार के अन्य सदस्य विवाह समारोह में गंगरार गए हुए थे। लुटेरों के वहां से जाने के बाद वृद्धा ने पास ही में रहने वाले गोविन्द सालवी को बुलाया और वारदात की जानकारी दी। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और वारदात के बारे में जानकारी ली।
मोहनी बाई ने पुलिस को बताया कि लुटेरों ने जाते समय मोबाइल पर किसी से बात भी की थी। डालचंद ने बताया कि कुछ दिन पहले खेत का सौदा हुआ था, जिससे डेढ लाख रुपए मिले थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों के बारे में पता लगाने के प्रयास शुरू किए हैं।