टीम रिपोर्ट तैयार कर जयपुर चली गई। टीम ने शहर के प्रमुख नालों के पानी को कोठारी नदी में जाने से रोकने के लिए कई सुझाव रिपोर्ट में शामिल किए। टीम ने अमृत-2 के तहत गांधीनगर क्षेत्र में शुरू होने वाले सीवरेज कार्य सितम्बर से शुरू करने के निर्देश दिए।
नगर परिषद आयुक्त हेमाराम चौधरी ने बताया कि टीम ने इस बात मंथन किया कि इन नाले के पानी को कैसे रोका जाए ताकि कोठारी में गंदा पानी न जाए। अलग नाला बनाने पर भी विचार किया।
सभापति राकेश पाठक ने बताया कि अमृत योजना के तहत संवेदक को सीवरेज का काम शुरू करने के लिए आदेश कर दिए है। योजना में गांधीनगर, बसंत बिहार समेत अन्य क्षेत्र में 126 .14 किमी लंबी सीवरेज लाइन डाली जाएगी। 10 एमएलडी क्षमता एसटीपी का निर्माण कुवाड़ा में आरयूआईडीपी के एसटीपी प्लांट के पास ही होगा। 229.41 करोड़ की योजना के तहत 23 हजार 60 मकानों को सीवरेज से जोड़ा जाएगा। इस योजना में घर-घर कनेक्शन जोड़ने का काम भी साथ में होगा।