काछोला।
heavy rain in bhilwara24 घंटे से तेज मूसलाधार बारिश ने लोगों का घरों से निकलना दूभर कर दिया है। काछोला कस्बे के बहादुरों का झोंपड़ा में रहने वाले 17 परिवार अपने घर में दुबके हुए हैं। वही पूरी कॉलोनी टापू बन चुकी है। इर्द-गिर्द 20 फीट से अधिक पानी भराव क्षमता में भरा हुआ है उनका जीवन अस्त-व्यस्त है वहीं यह पानी काछोला प्रताप सागर तालाब और फ्लो होने एवं देवरिया चरागाह क्षेत्र जो विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। उसका पानी भी इसी और आ रहा है जिससे यह टापू बन चुका है। वहीं दोनों तरफ इस गांव में जाने के लिए रास्ता अवरुद्ध हो चुके हैं।
heavy rain in bhilwara24 घंटे से तेज मूसलाधार बारिश ने लोगों का घरों से निकलना दूभर कर दिया है। काछोला कस्बे के बहादुरों का झोंपड़ा में रहने वाले 17 परिवार अपने घर में दुबके हुए हैं। वही पूरी कॉलोनी टापू बन चुकी है। इर्द-गिर्द 20 फीट से अधिक पानी भराव क्षमता में भरा हुआ है उनका जीवन अस्त-व्यस्त है वहीं यह पानी काछोला प्रताप सागर तालाब और फ्लो होने एवं देवरिया चरागाह क्षेत्र जो विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। उसका पानी भी इसी और आ रहा है जिससे यह टापू बन चुका है। वहीं दोनों तरफ इस गांव में जाने के लिए रास्ता अवरुद्ध हो चुके हैं।
heavy rain in rajasthan काछोला सरपंच राम गोपाल मीणा काछोला थाना प्रभारी राजेंद्र ताड़ा सहित आदि ग्रामीण बहादुरों का झोपड़ा पहुंचकर कुछ मकानों को खाली करवाकर अन्य जगह शरण दिलाई। वहीं आनन-फानन में ट्रैक्टर व अन्य सामान वही जलमग्न हो गए हैं स्थिति गंभीर बनी हुई है। कस्बे के आधे दर्जन से अधिक कॉलोनियों जलमग्न हो गई है जिससे लोगों का गुरु से आना जाना भी दूर भर हो गया है। मांडलगढ़ उपखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा काछोला प्रताप सागर तालाब वर्ष 2004 के बाद विगत 15 साल बाद चादर चलने से छलक पड़ा जिससे एक तरफ लोगों में खुशियों की सौगात लेकर यह तालाब भरा तो वहीं दूसरी तरफ जनजीवन अस्त-व्यस्त करने से लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई है। फसले तो खराब हो ही चुकी है जनजीवन भी अस्त-व्यस्त होने के कगार पर है
heavy rain in rajasthan काछोला कस्बे के मध्य में स्थित प्रताप सागर तालाब है। जहां पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई है एवं विशाल पार्क है जो जलभराव के कारण टापू बन गया है।