विधायक भडाणा ने कहा कि टीपी के नाम पर बजरी माफिया अवैध खनन कर रहे हैं। लीज से पांच किमी दायरे में स्टॉक रखने का नियम तोड़ा जा रहा है। भडाणा ने एक फोरमैन पर माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाया। कोटड़ी प्रधान करणसिंह ने कहा कि कोटड़ी क्षेत्र में टीपी पाइंट बताए गएं, वहा एक स्थान पर फसल तो दूसरी जगह कुंआ था। अवैध कनेक्शन से गारनेट की इकाइयां चल रही है। कलक्टर ने खनिज अभियन्ता सत्यनारायण कुमावत से स्टॉक का भौतिक सत्यापन कराने तथा ड्रोन से कराए सर्वे की रिपोर्ट पेश करने को कहा।
जिला परिषद में गबन, पत्रिका छाया रहा
उप जिला प्रमुख शंकरलाल गुर्जर ने राजस्थान पत्रिका का 18 फरवरी का अंक सदन में लहराया। इसमें प्रकाशित खबर जिला परिषद में गबन: रिश्तेदार और परिचित के खाते में डाले लाखों रुपए!.. का हवाला देकर बोले, वित्त समिति का अध्यक्ष हूं, लेकिन परिषद में गबन की जानकारी तक नहीं है। कलक्टर ने सीईओ मोहनलाल खटनावलिया से पूछा तो बोले-मामला वर्ष 2019 से 2021 का है। इसकी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन जिन बैंकों से यहां राशि खाते में डाली गई है उन्हें पत्र लिखकर जवाब मांगा है।
उल्लेखनीय है कि जिला परिषद के स्वच्छ भारत मिशन शाखा में कार्यरत संविदाकर्मी डाटा एंट्री ऑपरेटर अंजली पंड्या ने अधिकारियों व कर्मचारी की जानकारी के बिना एसएसओ आईडी का दुरुपयोग कर परिजनों के खाते में राशि डाल गबन किया। संयुक्त निदेशक पवन कुमार ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिख जांच के आदेश दिए। इसकी शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक अभियान से जुड़े कार्यकर्ता ने ग्रामीण विकास पंचायती राज विभाग निदेशालय स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण जयपुर को की थी।