कस्बे में सोमवार शाम से मंगलवार शाम तक उल्टी दस्त के 40 से अधिक रोगी अस्पताल में भर्ती हुए। पुरानी आबादी किला रोड निवासी शकील पठान के 10 वर्षीय बेटे जुबेर व 80 वर्षीय प्यारचंद्र तेली की उल्टी दस्त शुरू होने के बाद मौत हो गई। हालत गंभीर होने पर छह मरीजों को भीलवाड़ा रैफर किया। अचानक इतने रोगियों के आने से चिकित्सा विभाग हरकत में आ गया और कस्बे में मेडिकल टीमें लगाई ।
ब्लॉक मुय चिकित्सा अधिकारी डॉ. गोपाल यादव ने बताया कि जिला स्तरीय अधिकारी भी मांडलगढ़ पहुंचे और कारण पता लगाने में जुट गए। लोगों का कहना है कि दो दिन से चंबल की जलापूर्ति बंद थी। इस दौरान पीएचईडी ने तालाब स्थित नलकूप व कुएं से कस्बे में पेयजल आपूर्ति की। उसके बाद एक साथ कस्बे में उल्टी दस्त के रोगी बढ़े। सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी व ब्लॉक सीएमओ डॉ. गोपाल यादव ने उल्टी दस्त से एक भी मौत से इनकार किया।
विधायक पहुंचे अस्पताल
घटना की जानकारी मिलने पर विधायक गोपाल खंडेलवाल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि कार्य में लापरवाही करने वालों पर सत कार्रवाई करेंगे। खंडेलवाल ने जिला मुयालय एवं ब्लॉक स्तर पर चिकित्सा विभाग को तत्पर रहने को कहा। पार्षद अनिता सुराणा, मुकेश व्यास, राकेश ओस्तवाल विधायक के साथ थे।
जांच रिपोर्ट आने पर कारण पता चलेगा…
पीएचईडी के सहायक अभियंता सर्वेश्वर चौधरी का कहना है कि लापरवाही का आरोप निराधार है। पानी के नमूने लिए। पानी देखने में बिल्कुल साफ था। नलकूप से कई दिन से आपूर्ति की जा रही है। रोगी एक ही क्षेत्र के ज्यादा है। नलकूप के पानी से बीमारी होती तो सभी क्षेत्र में प्रभाव दिखता। पानी जांच के लिए भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद ही कारण पता लगेगा।
टंकियों की समय पर नहीं होती सफाई…
कस्बेवासियों का संपूर्ण गुस्सा पीएचईडी पर फूट रहा है। उनका आरोप है कि टंकियों की सफाई समय पर नहीं की जाती है। लाइन में कई जगह लीकेज है। लापरवाही पूर्वक गंदे नाला स्थित नलकूप व तालाब के कुएं से पुरानी आबादी में आपूर्ति के कारण बड़ी संया में लोग बीमार हुए। लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों पर सत्र कार्रवाई की जाए व पीड़ितों को उचित सरकारी सहायता मिले।