पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में सरकार ने जो वादे किए हैं वे पूरी नहीं हुए। हर वर्ग दुखी है। सरकार ने बहुत तंग किया है। अब जनता भी चुनावों का इंतजार कर रही है। इसका जवाब चुनाव में देखने को मिल जाएगा। मांडलगढ़ विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के तहत भीलवाड़ा आए गहलोत से शनिवार रात को राजस्थान पत्रिका से खास बातचीत की।
उन्होंने कहा, मांडलगढ़ में भी हम जीतेंगे, यहां मैं रविवार को लोगों से मिलूंगा। उन्होंने राज्य सरकार के कामकाज को पूरी तरह फेल बताया है। उन्होंने बातचीत के दौरान कटारिया के कामकाज पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, मैंने सुना है कटारिया के हाथ में तो थानेदार का ट्रांसफर भी नहीं है।
सवाल-आप राजनीति में जमीन से जुड़े नेता हैं। अभी गुजरात में भी कमान संभाली। अब राजस्थान में क्या सोचते हैं?
जवाब-देखिए, उपचुनाव में तीनों सीटें हम जीतेंगे। पूरी कांग्रेस एकजुट है। इसमें किसी को भ्रम नहीं होना चाहिए। कार्यकर्ताओं में उत्साह है।
सवाल-भाजपा सरकार के चार साल हो गए। मंत्रियों के कामकाज को कैसा मानते हैं?
जवाब-मैं ये शुरू से कह रहा हूं कि सरकार जनता का भला नहीं कर सकती। भारी बहुमत के बावजूद कुछ काम नहीं किया। जो वादें किए वे नहीं निभाए। हर जगह झूठ बोला है। इस कारण लोगों में आक्रोश है। कानून व्यवस्था चौपट है। बेकसूर लोगों की हत्या हो रही है। रेप हो रहे हैं पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
सवाल-भीलवाड़ा में आपके समय में क्या खास हुआ जो सरकार ने रोक दिया?
जवाब-कांग्रेस सरकार के समय भीलवाड़ा में कोच फैक्ट्री का शिलान्यास हुआ था। खुद सोनियाजी यहां आई थी। इस सरकार ने कोई काम नहीं होने दिया। रिफायनरी में चार साल बर्बाद कर दिए। काम बंद नहीं होता तो अभी प्रधानमंत्री यहां रिफायनरी का उद्घाटन करने आते।
सवाल-कई प्रोजेक्ट रुके, प्रदेश में विकास नहीं हुआ, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?
जवाब-इस सरकार की सोच ही नकारात्मक है। ये हर जगह निगेटिव सोचकर काम करती है। इसमें ही चार साल निकाल दिए। डूंगरपुर-बांसवाड़ा में ब्रॉडगेज का काम रोक दिया।
सवाल-राजस्थान में कानून व्यवस्था व गृहमंत्री के कामकाम पर आप क्या कहेंगे?
जवाब-चार साल में मैने कटारिया को देखा है। वे मीङ्क्षटंग करते हैं। मॉनीटरिंग की बात करते हैं। लेकिन जमीन पर कुछ नहीं हो रहा है। हालात गंभीर है। थाने में सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस फोर्स का हौसला बढ़ाना अच्छी बात है लेकिन मेरिट-डिमेरिट भी देखना चाहिए। अच्छा काम करें तो रिवार्ड और गलत काम पर पनिशमेंट भी मिलना चाहिए। मुझे लगता है ‘सरकार’ काम नहीं करने देती। इसमें ‘सरकार ‘ के बिना पुलिस में पत्ता नहीं हिलता है। मैंने सुना है कि कटारिया के हाथ में थानेदार का ट्रांसफर करना भी नहीं है।
सवाल-राजनीति में परिवारवाद को बढ़ावा मिलता है, आप क्या सोचते हैं?
जवाब-एेसा नहीं है कि राजनीति में केवल परिवार का सदस्य होने से लाकर बिठा देते हैं। अब यदि पार्टी में सक्रिय है और जनता से जुड़े हैं तो उन्हें भी मौका मिलना चाहिए।
सवाल-डॉक्टर, पटवारी, ग्राम सेवक, पंचायत सहायक सहित हर वर्ग सड़कों पर रहा, एेसा क्यों?
जवाब-हर वर्ग सड़कों पर आया, क्योंकि सरकार ने बहुत तंग किया है। इस सरकार ने जुल्म किया है। सभी वर्गों को दौड़ा-दौडाकर पीटा है।
उपचुनाव को लेकर मंत्रणा
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार शाम को उद्योगपति रामपाल सोनी के निवास पर कांग्रेस के पदाधिकारियों से चर्चा की। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल डांगी, पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश व्यास, विधायक धीरज गुर्जर, पूर्व विधायक कैलाश त्रिवेदी, डेयरी चेयरमैन रामलाल जाट, जिला महामंत्री दुर्गेश शर्मा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रेखा हिरण, मंजू पोखरना, तुलसी भाटी आदि उपस्थित थे। इससे पूर्व गहलोत पूर्व सभापति ओम नराणीवाल के जम्भेश्वर नगर आवास पर भी गए।