ज्ञापन के दौरान तेली ने बताया कि ओलावृष्टि, टिड्डी हमलों व पाला गिरने से हुआ आर्थिक नुकसान, सरकार ने ब्याज मुक्त सहकारी ऋ ण में की 50 प्रतिशत से अधिक की कटौती, विद्युत बिलों में दिया जाने वाला 833 रुपए का अनुदान बंद कर देना किसानों के हित में नहीं रहा।
उन्होंने बताया कि कोरोना के कारण सप्लाई चैन टूटी, फ सलों के दाम गिर गए और समर्थन मूल्य पर खरीद भी औपचारिकता में रही। किसानों ने टिड्डी नियंत्रण में विफ ल रही सरकार से नुकसान का मुआवजा देने तथा कृषि बिजली बिलों में राहत देने की मांग की है।
तहसील स्तर तक होगा आंदोलन
21 सूत्रीय मांगपत्र को लेकर भारतीय किसान संघ ने प्रदेशव्यापी आन्दोलन शुरू किया है, जिसके तहत प्रदेश के सभी जिला केंद्रों पर प्रदर्शन की शुरुआत हुई । इसके बाद तहसील केंद्र पर प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो अगस्त में संभाग केन्द्रों पर महापड़ाव डाला जाएगा। इस दौरान जिला मंत्री भेरुदास वैष्णव बेमाली,जिला प्रचार प्रमुख पुष्कर मीणा, मांडलगढ़ तहसील मंत्री श्यामलाल सुथार, कोटड़ी तहसील अध्यक्ष भेरूलाल शमार्, रामपाल जाट, कैलाशचन्द्र, सीताराम गुजर ,लक्ष्मी लाल चौबे, मोतीलाल, बाबू खां मंसूरी आदि मौजूद थे।
21 सूत्रीय मांगपत्र को लेकर भारतीय किसान संघ ने प्रदेशव्यापी आन्दोलन शुरू किया है, जिसके तहत प्रदेश के सभी जिला केंद्रों पर प्रदर्शन की शुरुआत हुई । इसके बाद तहसील केंद्र पर प्रदर्शन किए जाएंगे। इसके बाद भी सरकार नहीं चेती तो अगस्त में संभाग केन्द्रों पर महापड़ाव डाला जाएगा। इस दौरान जिला मंत्री भेरुदास वैष्णव बेमाली,जिला प्रचार प्रमुख पुष्कर मीणा, मांडलगढ़ तहसील मंत्री श्यामलाल सुथार, कोटड़ी तहसील अध्यक्ष भेरूलाल शमार्, रामपाल जाट, कैलाशचन्द्र, सीताराम गुजर ,लक्ष्मी लाल चौबे, मोतीलाल, बाबू खां मंसूरी आदि मौजूद थे।