READ: नाकाबंदी तोड़कर भाग रही कार ने डीएसपी की गाडी को मारी टक्कर नगर विकास न्यास के रवि श्रीवास्तव ने बताया कि तत्कालीन सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार के लिए कियोस्क बनाकर दिए थे। ये कियोस्क दस साल की अवधि के लिए दिए गए थे। यह अवधि 2011 में खत्म हो चुकी थी। वहीं इन कियोस्क में अवैध कार्य होने की लगातार शिकायत मिलने पर शुक्रवार को नगर विकास न्यास का दस्ता दल-बल के साथ लव गार्डन पहुंचा और वहां स्थित 16 कियोस्क ध्वस्त कर कर दिए। हालांकि शुरूआत में इसका विरोध भी हुआ। लेकिन दस्ते ने कियोस्क हटा दिए।
READ: Talk Show : सड़क-नाली ही विकास नहीं, इंडस्ट्री भी चले बजरी के लिए खोदा श्मसान सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद रेत माफिया बेखौफ हैं। अब बजरी दोहन के लिए श्मसान भूमि निशाने पर आ गई है। ऐसा मामला झाड़ोल गांव के खाल का देखने को मिला। झाडोल के खाल में बजरी के अवैध दोहन के दौरान माफिया श्मसान भूमि से रेत के साथ शमसान की हड्डियां व अन्य सामग्री भी भर ले गए। इससे गांव में भारी आक्रोश है। इस बारे में ग्रामीणों ने उपखंड अधिकारी के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। इसमें लोगों ने बताया कि अवैध रूप से बजरी के दोहन को लेकर ग्रामीण 3 दिन पूर्व थानाधिकारी व पंचायत को सूचना दे चुके पर कार्रवाई नहीं हुई। गुरुवार को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। गांव के भीमराज सिंह, बजरंग लाल, गोपाललाल सहित अन्य लोग मौजूद थे।