शिक्षा विभाग ने पिछले साल स्टूडेंट्स को यूनिफॉर्म के लिए सेशन के शुरू में कपड़ा दे दिया था। सिलाई के पैसे देने का वादा किया था। लेकिन सभी राज्य 50.50 लाख स्टूडेंट्स को सिलाई नहीं मिल पाई थी, जो अब दी जाएगी।
सीधे खाते में जाएगी राशि किसी भी स्टूडेंट या अभिभावक को नकद राशि नहीं दी जाएगी। स्टूडेंट का बैंक खाता होने पर राशि सीधे खाते में जमा होगी। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय ने बजट जारी करते हिदायत दी कि पैसे डीबीटी दिए जाए। हालांकि इसमें दिक्कत है कि उन्हीं स्टूडेंट्स के खाते में 200 रुपए जमा होंगे, जिनके खाते जन आधार से लिंक हैं। बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स के खाते लिंक नहीं हैं। कुछ के खाते बने हुए भी नहीं है।
राज्य में ऐसे मिलेगा बजट -70 करोड़: अजमेर, अलवर, बारां, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, कोटा, नागौर, पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक। – 17.50 करोड़: चूरू, दौसा, धौलपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़ तथा करौली।
– 13.50 करोड़: बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, सिरोही तथा उदयपुर । पिछले साल की मिलेगी राशि प्रारम्भिक शिक्षा के वित्तीय सलाहकार ने राज्य में कुल 101 करोड़ रुपए की राशि जारी की। भीलवाड़ा जिले को भी पैसा मिला है। यह अब पिछले साल के वंचित छात्रों के खाते में डालेंगे।
योगेश पारीक, एडीपीसी भीलवाड़ा