उन्होंने कहा कि हम युवाओं को महात्मा या संत नहीं बनाना चाहते हैं। वे भगवान का सच्चा भक्त बनें। आज देश में धर्मविरोधी गतिविधियां तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने
भीलवाड़ा में गाय की पूंछ काटने, उदयपुर में कन्हैयालाल व भीलवाड़ा के आदर्श हत्याकांड का जिक्र किया। साथ ही हर मंगलवार व शनिवार को एक जगह या मंदिर में एकत्र होने की अपील की ताकि सनातन की एकजुटता का संदेश मिले।
लव जिहाद पर चिंता जताई व कहा कि बेटियां बचानी है। बेटे व बेटियों को संस्कार देना शुरू कीजिए। पहले हर घर में रामायण होती थी। अब घर में टीवी व बच्चों के हाथ में मोबाइल हैं। शास्त्री ने घोषणा की कि बिहार में सरकार के मना करने के बावजूद 12 लाख भक्त कथा में आए थे। वही ही नजारा भीलवाड़ा में देखने को मिला।