भीलवाड़ा। जिले में कोरोना की दूसरी लहर लगभग समाप्त हो चुकी है, लेकिन दूसरी लहर में भीलवाड़ा में डेल्टा वेरिएंट ने कहर ढाया था। इसके कारण पिछले दो माह में ६०० से अधिक मौतें तथा १८ हजार ६०० से अधिक लोग बीमार हुए थे। मेडिकल कॉलेज की ओर से जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए सभी १५ सेम्पलों की जांच में डेल्टा वेरियंट पाए गए हैं। इससे पहले भी ४३ सेम्पलों की जांच में डेल्टा वेरियंट मिले। हालांकि इन सभी संक्रमितों के ठीक होने की जानकारी है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि गत दिनों जिले से 15 सेम्पल जिनोम सिक्वेसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इनमें डेल्टा वेरियंट मिला है। ये वो सैंपल हैं जो हर सप्ताह पॉजिटिव आने वाले के 5 प्रतिशत भेजे जाते हैं। सीएमएचओ डॉ. मुश्ताक खान ने बताया कि हालांकि डेल्टा प्लस का कोई मरीज नहीं मिला है लेकिन सावधानी रखें। सूत्रों के अनुसार जनवरी से मई तक 665 सेम्पल वैरिएंट की जांच के लिए जयपुर भेजे गये। इसमें से 15 सेम्पल दिल्ली भेजे गये थे। मई माह में 50 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। उनमें से 43 डेल्टा वैरिएंट पाए गए थे। 6०5 सेम्पल की रिर्पोट आना अभी शेष है। ये सभी सेम्पल जनवरी से अप्रेल तक के है।