बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक विजयादशमी पर शनिवार शाम शहर में विभिन्न स्थानों पर पुतला दहन किए जाएंगे। नगर परिषद की ओर से शहर में तेजाजी चौक में तालाब की पाल सहित लेबर कॉलोनी, उपनगर पुर व सांगानेर में भी पुतला दहन का कार्यक्रम होगा। इन स्थानों पर इस बार रावण दहन के मौके पर पुतले जलाने एवं पटाखे छोडऩे पर तीन लाख का खर्चा होगा,जो पिछले साल व्यय हुए 2 लाख 15 हजार रुपए की तुलना में 85 हजार रुपए अधिक है।
READ:दलित छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में तीन गिरफ्तार परिषद ने दहन करने के लिए पुतलो का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया है। हॉलाकि पुतले के अलग-अलग हिस्सो को कार्यक्रम स्थल पर ही जोड़कर खड़ा किया जाएगा। पुतलों के निर्माण पर 2 लाख 20 हजार रुपए की राशि खर्च की गई है,जबकि पिछले वर्ष इस कार्य कर एक लाख 75 हजार रुपए का खर्चा हुआ था। परिषद की ओर से तालाब की पाल पर होने वाले कार्यक्रम में रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों का दहन होगा। इनके अलावा लंकाद्वार, दो शेर, दो हिरण एवं एक हाथी के पुतले का निर्माण भी होगा,जिनमें भी आतिशबाजी भरी होगी। यहां रावण के पुतले की ऊंचाई 51 फीट, जबकि कुंभकर्ण व मेघनाद का पुतला 35-35 फीट ऊंचा होगा। पुतलों के दहन से पहले रामलीला भी होगी। लेबर कॉलोनी, पुर व सांगानेर में केवल रावण व कुंभकर्ण के पुतले ही जलाए जाएंगे। इनकी ऊंचाई 15-15 फीट होगी। इन तीनों स्थानों पर एक-एक हाथी व शेर के पुतले का निर्माण भी किया जाएगा।
READ: पति पर हत्या का मामला दर्ज, ससुराल पक्ष पर गुमराह करने का आरोप नगर परिषद सभापति ललिता समदानी ने बताया कि दशहरा आयोजन से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। परिषद के राजस्व अधिकारी एसपी संचेती चारों स्थलों पर होने वाली व्यवस्था पर निगाह रखे हुए है। संचेती ने गुरूवार को भी सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ पुतला दहन से जुड़ी तैयारियों पर चर्चा की।
READ: घर से 70 हजार रुपए लेकर निकला किशोर गोवा में मिला, दूसरे साथी की तलाश पटाखे भरने व आतिशबाजी जलाने का होगा सत्यापन पुतलों में पटाखे भरने व दहन स्थलों पर आतिशबाजी के कार्य का सत्यापन भी किया जाएगा। इसके लिए तीन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। ये तय मानकों के अनुरूप पुतलों में पटाखे भरे गए एवं जितनी राशि की आतिशबाजी आई उसका पूरा उपयोग हुआ ये सुनिश्चित करेंगे। इस बारे में सत्यापन भी करेंगे। पाली की एक फर्म को आतिशबाजी का ठेका दिया गया है।
होमगार्ड नहीं मिलने से पुलिस से मांगी सुरक्षा रावण दहन स्थलों पर इस बार सुरक्षा के लिए नगर परिषद के पास पर्याप्त होमगार्ड नहीं होने से पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा सुरक्षा मांगी गई है। नगर परिषद को इस कार्य के लिए करीब 50 होमगार्ड की जरूरत थी,लेकिन होमगार्ड कार्यालय ने इस बार उन्हें उपलब्ध कराने में असमर्थता जता दी। एेसे में अब पुलिस सुरक्षा मांगी गई है।.