सुवाणा रोड़ स्थित पट्टी मार्केट के पास बने राजकीय एकीकृत आयुष चिकित्सालय को कोविड केयर सेंटर बना दिया गया है। अब जिले में आने वाले कोरोना पॉजिटिव रोगियों का यहां भी इलाज किया जाएगा। उन्हें महात्मा गांधी अस्पताल में नहीं भेजा जाएगा। लंबे समय से खाली पड़े आयुष चिकित्सालय भवन को पिछले दिनों कोविड केयर सेंटर बनाने के लिए चिन्हित किया गया था। इसे पूरी तरह से तैयार करने की कवायाद शुरू कर दी गई है। करीब ७० बैड वहा वार्डो में लगाए गए है। दस आक्सीजन सिलेण्डर तक रखवाने के आदेश जारी कर दिए गए है। अब वहां पर आवश्यक सामानों व उपकरणों को पहुंचाने के साथ ही डॉक्टरों व नर्सिंगकर्मियों की डयूटी लगाने की कवायद की जा रही है।
सीएमएचओ डॉ. खान ने बताया कि आयुष चिकित्सालय भवन के 8 कमरे वार्ड में तब्दील कर दिए। कमरों में ८ से १२ बेड रखवाए हैं। मेल व फीमेल रोगी के लिए अलग-अलग वार्ड रहेंगे। रोगी को लाने के लिए 2 स्ट्रेचर, एक व्हीलचेयर रखी गई है। इसके अलावा एक कमरा स्टाफ के लिए रहेगा। जरूरत पड़ी तो रोगियों के सैंपल कलेक्शन के लिए सेन्टर भी बनाया जाएगा।
तीन डॉक्टर देंगे ड्यूटी
कोरोना केयर सेंटर के स्टाफ के अलावा जिला अस्पताल या अन्य स्थान से तीन फिजिशियन की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। ये डॉक्टर रोटेशन से आकर रोगियों के बारे में जानकारी लेंगे। चतुर्थश्रेणी कर्मियों की भी ड्यूटी लगेंगी। स्टाफ के रुकने की व्यवस्था भी वही पर की गई है। रोटेशन के हिसाब से 7 दिन तक ड्यूटी देने के बाद स्टाफ को 3 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा। सैंपलिंग के बाद उन्हें चार दिन के लिए घर जाने दिया जाएगा। महिला नर्सिंगकर्मी की ड्यूटी सुबह व शाम की शिफ्ट में रहेगी।
अभी यह है व्यवस्था
खान ने बताया कि अभी कोरोना संक्रमित लोगों को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती किया जा रहा है। यहां २२५ बैंड की व्यवस्था है। इसके अलावा बिना लक्षण वाले मरीजो को आजाद नगर स्थित महाप्रज्ञा भवन में रखा जा रहा है। वहा पर अभी कम से कम ३० से अधिक मरीज है। इसके अलावा क्वारंटीन के लिए अग्रवाल भवन, विद्यासगर वाटिका, सहित अन्य धर्मशाला को भी कोविड केयर सेन्टर बना रखा है। भीलवाड़ा की आरआरटीम के प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला व उनकी टीम पूरी मेहनत कर रही है। आम जनता की लापरवाही के कारण अब कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है। जनता से अपील है कि वे बिना मास्क घर से न निकले। दो गज दूरी बनाए रखे। सोशल डिस्टेङ्क्षसग की पालना करें।
सीएमएचओ डॉ. खान ने बताया कि आयुष चिकित्सालय भवन के 8 कमरे वार्ड में तब्दील कर दिए। कमरों में ८ से १२ बेड रखवाए हैं। मेल व फीमेल रोगी के लिए अलग-अलग वार्ड रहेंगे। रोगी को लाने के लिए 2 स्ट्रेचर, एक व्हीलचेयर रखी गई है। इसके अलावा एक कमरा स्टाफ के लिए रहेगा। जरूरत पड़ी तो रोगियों के सैंपल कलेक्शन के लिए सेन्टर भी बनाया जाएगा।
तीन डॉक्टर देंगे ड्यूटी
कोरोना केयर सेंटर के स्टाफ के अलावा जिला अस्पताल या अन्य स्थान से तीन फिजिशियन की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। ये डॉक्टर रोटेशन से आकर रोगियों के बारे में जानकारी लेंगे। चतुर्थश्रेणी कर्मियों की भी ड्यूटी लगेंगी। स्टाफ के रुकने की व्यवस्था भी वही पर की गई है। रोटेशन के हिसाब से 7 दिन तक ड्यूटी देने के बाद स्टाफ को 3 दिन तक क्वारंटीन में रहना होगा। सैंपलिंग के बाद उन्हें चार दिन के लिए घर जाने दिया जाएगा। महिला नर्सिंगकर्मी की ड्यूटी सुबह व शाम की शिफ्ट में रहेगी।
अभी यह है व्यवस्था
खान ने बताया कि अभी कोरोना संक्रमित लोगों को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती किया जा रहा है। यहां २२५ बैंड की व्यवस्था है। इसके अलावा बिना लक्षण वाले मरीजो को आजाद नगर स्थित महाप्रज्ञा भवन में रखा जा रहा है। वहा पर अभी कम से कम ३० से अधिक मरीज है। इसके अलावा क्वारंटीन के लिए अग्रवाल भवन, विद्यासगर वाटिका, सहित अन्य धर्मशाला को भी कोविड केयर सेन्टर बना रखा है। भीलवाड़ा की आरआरटीम के प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला व उनकी टीम पूरी मेहनत कर रही है। आम जनता की लापरवाही के कारण अब कोरोना संक्रमण फैलता जा रहा है। जनता से अपील है कि वे बिना मास्क घर से न निकले। दो गज दूरी बनाए रखे। सोशल डिस्टेङ्क्षसग की पालना करें।