क्षेत्र के पालड़ी गांव में पूजा हत्याकाण्ड के मामले में शनिवार को पीहर पक्ष ने आसींद स्थित अस्पताल में जमकर प्रदर्शन किया। मृतका के थानेदार ससुर पर मारपीट कर धमकाने का आरोप लगाते हुए पीहर पक्ष ने लोगों ने सास-ससुर को भी गिरफ्तार करने मांग की। तीन घण्टे चली वार्ता के बाद समझाइश पर पीहर पक्ष शव ले गया। उधर, आसींद थाना पुलिस ने आरोपित पति को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार भीलवाड़ा के बाबा धाम क्षेत्र में रहने वाले सुखराम मेघवंशी ने बडी सााा सस के घर गई उसकी पत्नी पूजा की शुक्रवार को लाठियों से पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। शव को आसींद स्थित मोर्चरी में रखवाया गया। बनेड़ा क्षेत्र के जगपुरा से मृतका के पिता लक्ष्मण व बड़ी संख्या में परिजन आसींद स्थित मोर्चरी के बाहर जमा हो गए। पीहर पक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया। परिजन मृतका के ससुर राजूराम और सास की भी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पीहर पक्ष ने आरोप लगाया कि पूजा का विवाह एक वर्ष राजियावास (ब्यावर) हाल भीलवाड़ा निवासी सुखराज मेघवंशी के साथ हुआ। शादी के बाद पूजा ससुराल आने-जाने लगी। गत 23 अप्रेल को पूजा जगपुरा से भीलवाड़ा स्थित ससुराल गई। उसी दिन पूजा और उसके ससुर राजूराम व सास के बीच कहासुनी हो गई। इस पर पूजा पालड़ी में बड़ी बहन के घर चली गई। ससुर राजूराम ने पूजा को धमकाया भी।
हंगामे को देखते हुए पूर्व विधायक हगामीलाल मेवाड़ा भी अस्पताल पहुंच गए। परिजनों ने अस्पताल में धरना दे दिया। गिरफ्तारी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। इससे हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस अधिकारी वहां पहुंचे। करीब चार घण्टे चली समझाइश के बाद पोस्टमार्टम के बाद पीहर पक्ष जगपुरा शव ले गया। वहां उसका अंतिम संस्कार हुआ। पुलिस ने आरोपित पति सुखराम मेघवंशी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। मालूम हो, बड़ी बहन के घर गई पूजा को लेने पति सुखराम गुरुवार को वहां गया था। वहां उसने कहासुनी हो जाने पर शुक्रवार को लाठियों से पीट-पीट कर पूजा की हत्या कर दी थी। उसके बाद आसींद थाने पहुंच कर समर्पण कर दिया था।