जानकारी के अनुसार कालाजी का खेड़ा निवासी प्रभुलाल गुर्जर ने रिपोर्ट दी। उसने आरोप लगाया कि १९ अगस्त रात १० बजे वह अपने काका मांगू गुर्जर व भाभी मीनादेवी के साथ मीना के निर्माणाधीन मकान में बातचीत कर रहा था। इस दौरान थाने से कुछ पुलिसकर्मियों ने जबरन मकान में प्रवेश कर परिवादी प्रभु की लात-घूसों से मारपीट की। बीच-बचाव करने आए मांगू व मीना से भी मारपीट व बदसलूकी। पुलिसकर्मियों का कहना था कि उसे अवैध कब्जा कर रखा और थानेदार जगदीश प्रसाद थाने बुला रहे है। परिवादी ने कहा कि जमीन का पट्टा व रजिस्ट्री के कागजात हैं। इसके बाद भी पुलिसकर्मी उसे और मांगू को जीप में बैठाकर थाने ले गए। हैड कांस्टेबल गणपत ने मीना से गाली-गलौच की।
रातभर मारपीट, लॉकअप में रखा आरोप है कि थाने में प्रभु से बेहरमी के साथ मारपीट की गई। इससे उसके बायें कान से सुनाई देना बंद हो गया। उसे रातभर लॉकअप में रखा। उसने २१ अगस्त को पुलिस अधीक्षक को भी रिपोर्ट दी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई।
इनका कहना है
प्रभुलाल व उसका भाई कालाजी स्थित सरकारी स्कूल बाहर सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण करवा रहे हैं। ग्राम पंचायत ने निर्माण नहीं करने का नोटिस दे रखा है। १९ अगस्त की रात प्रभु वहां निर्माण कर रहा था। सरपंच की शिकायत पर उसे शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मारपीट का आरोप निराधार है।
प्रभुलाल व उसका भाई कालाजी स्थित सरकारी स्कूल बाहर सरकारी जमीन पर कब्जा कर अवैध निर्माण करवा रहे हैं। ग्राम पंचायत ने निर्माण नहीं करने का नोटिस दे रखा है। १९ अगस्त की रात प्रभु वहां निर्माण कर रहा था। सरपंच की शिकायत पर उसे शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया। मारपीट का आरोप निराधार है।
– जगदीशप्रसाद, थानाप्रभारी, करेड़ा