जिले में अपराध पर अंकुश एवं बदमाशों की लगाम कसने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह यादव ने तीन डीएसटी गठित कर रखी है। इसी प्रकार जिले की थाना पुलिस को अलर्ट कर रखा है। दबंग पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की अलग से टीम बना रखी है। विभिन्न मामलों में फरार अपराधियों को दबोचने के लिए जिले की पुलिस को पूरे देश भर में दौड़ा रखा है। खास तौर पर पुलिस कर्मियों व मुखबीर तंत्र के लिए पुलिस अधीक्षक ने नकद इनाम व विभागीय अवार्ड की भी बौछार कर रखी है। पुलिस को इस में बड़ी सफलता मिली है।
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पुलिस महानिदेशक मुख्यालय की पहल पर पुलिस अधीक्षक यादव ने कई अहम कदम उठाए है। पुलिस के आंकड़े बताते है कि इस साल जनवरी माह तक कुल 96 अपराधियों पर ईनाम घोषित था, वर्ष के दौरान 73 और अपराधियों पर ईनाम घोषित हुआ है। इस साल 51 ईनामी अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज चुकी है। जिला पुलिस ने हाल ही घर में घुसकर सुराणा दंपती पर फायरिंग करने के मामले में दस-दस हजार के तीन ईनामी अपराधी पकड़े है। इसी प्रकार रीको क्षेत्र में हुई फायरिंग के मामले में भी पुलिस ने तीन जनों को गिरफ्तार किया है। नकबजनी, जानलेवा हमला, हत्या व लूट के मामले में भी पुलिस ने ईनामी अपराधी पकड़े है। भीलवाड़ा पुलिस को अभी 104 ईनामी अपराधियों की तलाश है। इनमें 14 शातिर अपराधी है। इनमें नीमच निवासी आकाश बांछडा व श्यामलाल बांछड़ा पर 25-25 हजार का नकद ईनाम घोषित है। दोनों डरा धमका कर वसूली करना एवं संपत्ति चुराने के मामले में वांछित है। इसी प्रकार 12 अपराधियों पर 10-10 हजार रुपए का नकद ईनाम घोषित है। इनमें आठ अपराधियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है।
पुलिसकर्मियों की हौंसला अफजाई जरूरी
अपराध नियंत्रण एवं भगोड़े शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए नकद ईनाम घोषित किए है। इससे पुलिस का मुखबीर तंत्र मजबूत होता है और पुलिस कर्मियों व अधिकारियों की हौसला अफजाई भी होती है। भीलवाड़ा पुलिस ने हाल ही कई ईनाम अपराधी पकड़े है। विभागीय स्तर पर भी पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जाता है।–धर्मेन्द्र सिंह यादव, जिला पुलिस अधीक्षक