वीर बाल दिवस के मौके पर भारत के लिए मेरा सपना एवं मुझे क्या खुश करता है मुझे किससे खुशी मिलती है। इस विषय पर निबंध व कहानी सुनानी होगी। दूसरे चरण में माध्यमिक स्तर के बच्चों के लिये राष्ट्र निर्माण में बच्चों की भूमिका और विकसित भारत के लिए मेरा दृष्टिकोण’ विषय पर निबंध लेखन, कविता, वाद-विवाद एवं डिजिटल प्रेजेंटेशन होगा।
सीबीईओ डॉ. रामेश्वर जीनगर ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले की शालाओं में प्रार्थना सभा में बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त विद्यार्थियों की प्रेरणादायी कहानियां सुनाई जाएंगी। वहीं कई कहानियां, लेख, कविताएं, पेंटिंग व वीर बाल दिवस पर छोटी फिल्में, उनकी बहादरी को दर्शाती कहानियां सुनाई जाएंगी व अन्य कई कार्यक्रम किए जाएंगे।