दीपोत्सव का छह दिवसीय उत्सव का पहला दिन मंगलवार को धनतेरस के साथ उल्लास और खुशियां लेकर आया। धनतेरस पर आधी रात तक जमकर खरीदारी हुई। बुधवार को रूप चतुर्दशी पर्व मनाई गई। महिलाएं व पुरुष ने अपना रूप निखारा। शहर के प्रमुख बाजार पूरी तरह से रोशनी से नहा उठे है। कंट्रोल रूम के बाहर और सूचना केन्द्र चौराहा आकर्षण का केन्द्र रहेगा। इसके अलावा बालाजी मार्केट, नेताजी सुभाष मार्केट, सदर बाजार, गोल प्याऊ चौराहा, पुर रोड़ पर भी आकर्षक विद्युत सजावट की गई है। बाजारों में खासतौर से सेल्फी प्वाइंट बनाए हैं। लोग शहर की रोशनी देखने आने पर यहां मोबाइल से सेल्फी ले सकते है। सूचना केंद्र, नगर परिषद, रेलवे स्टेशन, कलक्ट्रेट आदि सरकारी इमारतों को रंग-बिरंगी रोशनी से सजाया है। ऑटो मोबाइल्स कंपनियों, होटलों, रेस्तराओं के साथ रेडीमेड बाजार व शोरूम आदि भी सज गए है। पर्व को देखते हुए दो दिन सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए है। पंडित अशोक व्यास ने बताया कि इस बार अमावस्या तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 53 मिनट से शुरू होगी जो अगले दिन 1 नवंबर को सूर्यास्त के बाद शाम 6.17 मिनट तक रहेगी। उधर, राजस्थान सरकार ने दीपावली पर एक और तोहफा दिया है। कर्मचारी संगठनों की मांग पर सरकार ने 1 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है।
अन्नकूट 2 नवंबर को शहर के सभी प्रमुख मंदिरों में 2 नवंबर को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां कल से शुरू कर दी जाएगी। संकट मोचन हनुमान मंदिर, बालाजी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में अन्नकूट का आरती के बाद प्रसाद वितरित किया जाएगा। इसी दिन सुबह 8.14 बजे से 9.36 बजे तक गोवर्धन पूजा होगी। महिलाएं अपने घर के बाहर गोबर से गोवर्धन बनाकर पूजा करेगी।
श्री महालक्ष्मी पूजा महूर्त