पंचायत स्तर पर पौधशाला की सुविधा से किसानों को नजदीक में अपने खेत पर लगाने के लिए पौधे उपलब्ध होंगे। ग्रामीणों को घर पर बागवानी के लिए पौधे लेने दूर नर्सरी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सार्वजनिक पार्क, बगीचे व औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पौधरोपण के लिए पौधों की कमी नहीं रहेगी। ग्राम पंचायत की आय भी बढ़ेगी।
पौधशाला निर्माण के लिए हर पंचायत को साढ़े चार लाख रुपए मिलेंगे। हर पौधशाला में औषधीय, फल, छायादार पेड़ आदि प्रजाति के 5 हजार पौधे तैयार किए जाएंगे। बारिश में इन पौधों को पंचायत क्षेत्र के सरकारी कार्यालयों, नदी, तालाब सहित अन्य स्थानों पर रोपित व ग्रामीणों को वितरित किए जाएंगे। पौधशाला की देखभाल के लिए कर्मचारी रखा जाएगा। जिला परिषद के सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी ने बताया कि हर ग्राम पंचायत समितियों में पौधशाला तैयार की जाएगी। प्रत्येक में 5 हजार पौधे विकसित किए जाएंगे।