ट्रेवल एजेंट की मानें तो उनके पास रोज 15-20 लोग जानकारी लेने आ रहे हैं। कुंभ मेले की तारीखें तय करने के लिए ज्योतिषीय ग्रह गणनाओं का खास महत्व होता है। ग्रहों की विशेष राशि में स्थिति होने के हिसाब से ही कुंभ बनता है। जब बृहस्पति ग्रह वृष राशि में हों और सूर्य देव मकर राशि में आते हैं, तब तक जब तक सूर्य मकर राशि में रहता है तब कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में संगम तट पर होता है। इसके अलावा जब गुरु मेष राशि में हो, सूर्य चंद्रमा मकर राशि में हो तो तब प्रयागराज में त्रिवेणी संगम तट पर अर्ध कुंभ मेला लगता है।
टूर पैकेज का भी चल रहा दौर संगम नगरी प्रयागराज में होने जा रहे शाही कुंभ स्नान के लिए टूर पैकेज भी बनवाए जा रहे हैं। टूर एंड ट्रेवल्स से जुड़े लोगों के अनुसार मकर संक्रांति महापर्व के शाही कुंभ स्नान एवं अयोध्या के साथ बनारस दर्शन के टूर पैकेज की बुकिंग की जा रही है।
इन तिथियों पर होगा पवित्र स्नान