सम्मेलन संयोजक गौरव आचार्य ने बताया कि तुलसी विवाह समेत 81 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इनमें चार जोड़े नीमच के थे। सुबह वर वधुओं की बिंदोली निकाली। यह चित्रकूट धाम से रवाना होकर मुख्य मार्गों से होती फिर समारोह स्थल पहुंची। तोरण, पाणिग्रहण संस्कार, वरमाला व आंगतुक अतिथियों के समक्ष वर वधुओं का आशीर्वाद समारोह हुआ। नवदंपती के 51 हजार रुपए की एफडी करवाई गई। यूनेस्को के प्रदेशाध्यक्ष नेमीचंद चोपड़ा, सांसद दामोदर अग्रवाल, नंदकिशोर शर्मा, आचार्य ब्राह्मण सेवा समिति के अध्यक्ष देवकिशन आचार्य, राजस्थान बार काउंसिल अध्यक्ष भुवनेश शर्मा, जोधपुर के भाजपा नेता कुमारकृष्ण आचार्य ने नव दंपती को आशीर्वाद दिया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर ने लोगों से अपील की कि वे भी अपने बेटी-बेटी का विवाह सम्मेलन में करें। सांसद दामोदर अग्रवाल ने समारोह को अनूठा बताया। हरीशेवा धाम के महंत हंसराम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी व जेपी खटीक ने वर वधुओं को चेक बांटे। यूनेस्को के प्रदेश संयोजक गोपाललाल माली ने केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत का संदेश पढ़ा। चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी ने भी वर वधु को आशीर्वाद दिया।
सवाई माधोपुर की आरएएस भावना आचार्य, आचार्य समाज की महिला मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष शारदा आचार्य भी पहुंची। संचालन कोटा की निशा जैन व देवकिशन आचार्य ने किया। प्रतिभाओं को सम्मान भी किया गया। शाम को वर वधुओं का विदाई दी। संयोजक गौरव, अध्यक्ष भैरूलाल आचार्य, कोषाध्यक्ष प्रकाश आचार्य, सचिव सत्यनारायण आचार्य, हेमराज आचार्य, रामगोपाल आचार्य, खुशीराम आचार्य, नंदकिशोर शर्मा, नाथूलाल गिलुंड, राजेश आचार्य आदि का सहयोग रहा।
प्रत्येक वधू को 50 हजार की एफडी समिति अध्यक्ष देवकिशन आचार्य ने बताया कि संस्था ने सभी वधुओं को 50-50 हजार की एफडी दी। धीरज गुर्जर ने 100-100 रुपए वधू को दिए। महंत हंसाराम ने राधा-कृष्ण की प्रतिमा, दीवार घड़ी तथा चांदी की बिछुड़ी भेंट की।