नीति आयोग ने भीलवाड़ा शहर सहित जिले में 4 अटल टिंकरिंग लैब खोलने की प्रक्रिया पूरी कर ली। इन लैब में स्कूल स्तर पर ही गणित, विज्ञान व इंजीनियरों की फौज तैयार की जाएगी। विद्यार्थियों को रोबोट बनाने से लेकर इंजीनियरिंग व साइंस टेक्नोलॉजी के विभिन्न प्रयोग सिखाए जाएंगे। लैब में एसी, कम्प्यूटर, थ्री डी प्रिंटर, प्रोजेक्टर व वाईफाई सहित अन्य कई सुविधाएं उपलब्ध होगी। कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं में रचनात्मक, गुणात्मक व वैज्ञानिक विकास के लिए केंद्र सरकार ने यह अहम पहल की है।
READ: बजरी माफिया बेलगाम, मकान पर बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी, मची अफरा तफरी केंद्र सरकार के नीति आयोग की पहल अटल टिंकरिंग लेबोरेट्री (एटीएल) का उद्देश्य औजार व उपकरणों के बेहतर उपयोग की जानकारी के साथ ही विज्ञान तकनीकी, इंजीनियरिंग व गणित सरीखे विषयों की बेहतर समझ और छात्रों में रचनात्मक दृष्टिकोण विकसित करना है।
READ: जोधपुर का एएसपी बता 30 हजार रुपए खाते में जमा कराने को कहा, पता किया तो निकला फर्जी
इन स्कूलों को मिलेगी सुविधा
राजस्थान में कुल 24 सरकारी व निजी स्कूलों को एटीएल आवंटित की है। भीलवाड़ा जिले से 4 स्कूल चुनी गई। शहर से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेंद्र मार्ग व स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल भीलवाड़ा तथा जिले में संचालित स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल जहाजपुर व स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल मांडलगढ़ में लैब की सुविधा उपलब्ध होगी। जिले से एटीएल के लिए 12 स्कूलों ने आवेदन किए। 4 स्कूलें शामिल हो पाई। पिछले वर्ष प्रदेश से महज 2 स्कूल चुने गए थे।
इन स्कूलों को मिलेगी सुविधा
राजस्थान में कुल 24 सरकारी व निजी स्कूलों को एटीएल आवंटित की है। भीलवाड़ा जिले से 4 स्कूल चुनी गई। शहर से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेंद्र मार्ग व स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल भीलवाड़ा तथा जिले में संचालित स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल जहाजपुर व स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल मांडलगढ़ में लैब की सुविधा उपलब्ध होगी। जिले से एटीएल के लिए 12 स्कूलों ने आवेदन किए। 4 स्कूलें शामिल हो पाई। पिछले वर्ष प्रदेश से महज 2 स्कूल चुने गए थे।
ऐसे मिलेगा बजट
अटल टिंकरिंग लेबोरेट्री (एटीएल) को पांच साल में नीति आयोग 20 लाख रुपए का बजट देगा। हर विद्यालय को एकमुश्त 10 लाख रुपए अनुदान मिलेगा। फिर 5 साल तक हर वर्ष दो-दो लाख रुपए दिए जाएंगे। इस तरह 20-20 लाख रुपए मिलेंगे।
गौरव की बात है…
एटीएल के लिए चुनी जिले की 4 स्कूलों में से तीन मॉडल विद्यालय है, जो गौरव की बात है। इससे बच्चों की जिज्ञासा को रचनात्मक ढंग से बढ़ावा मिलेगा। ।
योगेश पारीक, एडीपीसी रमसा भीलवाड़ा
एटीएल के लिए चुनी जिले की 4 स्कूलों में से तीन मॉडल विद्यालय है, जो गौरव की बात है। इससे बच्चों की जिज्ञासा को रचनात्मक ढंग से बढ़ावा मिलेगा। ।
योगेश पारीक, एडीपीसी रमसा भीलवाड़ा