भीलवाड़ा। कोरोना लॉकडाउन के कारण आर्थिक संकट में फंसे थड़ी-ठेला व्यापारी, वेंडर्स और खोमचा वालों को राज्य सरकार ५० हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण देगी। इंदिरा क्रेडिट कार्ड नामक योजना एक सितंबर को शुरू होगी। इसका लाभ प्रदेश में करीब ५ लाख व भीलवाड़ा नगर परिषद क्षेत्र के करीब 500 लोगों को मिलने की आस है। इनको मिलेगा लाभ शहरी क्षेत्र में निवास करने वाले, अनौपचारिक क्षेत्र में सेवा देने वाले व्यापारी जैसे हेयर ड्रेसर, रिक्शा वाला, कुम्हार, खाती, मोची, धोबी, रंग पेंटर, नल बिजली मरम्मत करने वाले आदि एवं बेरोजगार युवक जिनकी आयु 18 से 40 वर्ष के बीच हो एवं बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है। इन्हें बैंकों के माध्यम से 50 हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण एक वर्ष के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। ऋण वितरण के बाद 3 माह का मोरेटोरियम लाभ दिया जाएगा। पूर्व भुगतान मोरेटोरियम के बाद 12 माह का होगा। ऑनलाइन भरे जाएंगे आवेदन जिला परियोजना अधिकारी अमृतलाल खोईवाल ने बताया कि योजना में आवेदन राज्य का शहरी क्षेत्र का निवासी ही कर पाएगा। ऑनलाइन आवेदन में जन आधार, आधार, मूल निवास, राजस्थान में स्थाई निवास का दस्तावेज एवं बैंक की पासबुक की जानकारी देनी होगी। साथ ही विक्रय प्रमाण पत्र, वेंडिंग आई कार्ड, नगर परिषद का सिफारिश पत्र एवं जिला रोजगार केन्द्र पर दर्ज पंजीकरण संख्या तथा स्व प्रमाणित शपथ पत्र लगाना होगा। कलक्टर नोडल अफसर, चयन करेगी समिति जिला स्तर पर कलक्टर नोडल अधिकारी होगा। इनके माध्यम से नगर निकायों को आवंटित लक्ष्यों के आधार पर प्रत्येक वर्ग के स्ट्रीट वेंडर्स, बेरोजगार युवा या अनौपचारिक क्षेत्र से जुड़े लोगों को गाइडलाइन के अनुसार परिषद की ओर से ऋण की पत्रावली तैयार करवाई जाएगी। वित्त विभाग के परिपत्र के अनुसार, आवेदनों की स्क्रीनिंग के लिए आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है। इसमें आयुक्त, अग्रणी जिला प्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र प्रतिनिधि एवं संबंधित बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक तथा जिला परियोजना अधिकारी अथवा जिला प्रबंधक एनयूएलएम संयोजक होंगे।