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CG Election 2023 : बिलासपुर से MLA शैलेश पांडे ने पेश की दावेदारी, इधर बिल्हा से आया चौंकाने वाला नाम इसी तरह बीएससी गणित सेकंड ईयर में मात्र एक विद्यार्थी की कक्षा लगाई जाएगी। पिछले साल आत्मानंद कॉलेज साइंस कॉलेज कैंपस में संचालित हो रहा था, जिसे इस साल धनोरा के आलीशान कैंपस में शिफ्ट कर दिया गया। पुराने कैंपस में पिछले साल बीएससी गणित के फर्स्ट ईयर में यहां दो विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था।
परीक्षा के बाद इन दो विद्यार्थियों में से एक विद्यार्थी फेल होकर कॉलेज से बाहर हो गया। वहीं शेष बचा एक विद्यार्थी बीएससी गणित के सेकंड ईयर में पहुंचा। भले ही आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कॉलेज में बीएससी गणित सेकंड ईयर में एक विद्यार्थी है, लेकिन कॉलेज प्रबंधन इसकी पढ़ाई कराएगा।
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सावधान ! आपकी पसंदीदा मिठाइयों में हो सकता है एल्युमीनियम, खराब कर देगा किडनी और लिवर CG Election 2023 बीएससी फाइनल में सिर्फ दो छात्र बीएससी गणित के साथ यह स्थिति लगभग सभी नए व ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेजों के साथ बनी हैं। मचांदुर शासकीय महाविद्यालय में इस साल बीएससी गणित प्रथम वर्ष में सिर्फ 5 विद्यार्थियों के एडमिशन हुए हैं। वहीं सेकंड ईयर में तीन और बीएससी गणित फाइनल ईयर में दो विद्यार्थियों को बैठाकर कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
मचांदुर में भी तीन साल पहले बीएससी गणित प्रथम वर्ष में सिर्फ एक विद्यार्थी ने ही प्रवेश लिया था। विद्यार्थियों की सीमित संख्या के बावजूद इन कॉलेजों में नियम से दो और तीन विद्यार्थियों की भी अलग-अलग कक्षाओं का संचालन हो रहा है।
जामुल शासकीय कॉलेज में बीएससी गणित की कुल 90 सीटों में से 10 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। यहां प्राचार्य का कहना है कि करीब 10 विद्यार्थी और भी प्रवेश लेना चाहते हैं, लेकिन एडमिशन पोर्टल बंद हो चुका है।
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