दुर्ग जिले में एक मिमी बारिश दर्ज की गई है। इधर, तेज धूप के बाद हो रही बारिश ने उमस बढ़ा दी है। रविवार से उमस में दोगुना इजाफा हुआ है। जिले का तापमान बढ़ते क्रम में है। अधिकतम पारा 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, न्यूनतम तापमान 20.2 डिग्री बना हुआ है। भले ही तापमान बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी इसमें सात डिग्री की गिरावट बनी हुई है। संभाग में बदले हुए मौसम के बावजूद राजनांदगांव जिले का डोंगरगढ़ 41 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश में सबसे गर्म रहा। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान नारायणपुर में दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि गुरुवार तक दुर्ग जिले का तापमान 3 से 4 डिग्री बढ़कर 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
कहां कितनी रही गर्मी डोंगरगढ़ 41.0 डिग्री दंतेवाड़ा 40.4 डिग्री बीजापुर 40.2 डिग्री बिलासपुर 39.6 डिग्री बालोद 39.3 डिग्री कोरबा 39.1 डिग्री रायपुर 38.6 डिग्री अंबिकापुर 36.9 डिग्री
दुर्ग 37.6 डिग्री राजनांदगांव 38.5 डिग्री (अधिकतम तापमान, आंकड़े डिग्री सेल्सियस में) तेज हवा के साथ बारिश दिनभर की धूप के बाद शाम को करीब 28 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। दुर्ग जिले के कुछ हिस्सों में अंधड़ का अहसास भी हुआ। मौसम विभाग ने दोपहर में ही आंधी-तूफान की चेतावनी दे दी थी। दुर्ग जिले के आउटर इलाकों में हवा ने धूल के गुबार पैदा किए। शाम को करीब आधा घंटा हल्की बारिश हुई। बूदाबांदी जारी रही। दुर्ग जिले के अलावा सरगुजा में 4 मिमी और बस्तर संभाग में 2.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इस साल अधिक बारिश संभावित मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि इस साल छत्तीसगढ़ में सामान्य से 4 प्रतिशत अधिक बारिश की संभावना बन रही है। दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार समय पर जून में शुरू हो जाएगा। प्रदेश में 104 प्रतिशत बारिश होने की संभावना जताई गई है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अलनीनो का प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, जिससे मौसम दोबारा से आम चाल में लौट रहा है। यही बारिश के लिए सटीक परिस्थितियां बनाएगा।
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा का कहना है कि अगले कुछ दिन दोपहर में तेज धूप निकलेगी। हालांकि शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश संभावित है। आईएमडी से जारी सर्कुलर में इस साल छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश के संकेत दिए गए हैं।