यह भी पढ़ें: Miscreants beaten doctor: रास्ता रोक कर खड़े आधा दर्जन बदमाशों ने डॉक्टर के साथ मारपीट, वारदात से चिकित्सकों में आक्रोश सौंपे गए मांग पत्र के माध्यम से दिलीप ठाकुर ने बताया है कि जिला अस्पताल 500 बिस्तर क्षमता वाला अस्पताल है। यहां प्रतिदिन ओपीडी में 1000 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते है। खासकर सोमवार को मरीजों की संख्या में काफी वृद्धि रहती है, किन्तु जिला अस्पताल में लंबे समय से चिकित्सकों की कमी की समस्या बनी हुई है। जिसकी वजह से मरीजों को सुविधाओं व सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
चिकित्सकों की कमी वजह से खासकर अस्पताल का आईसीयू वार्ड और आपातकालीन विभाग प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा फेफड़े की क्षमता जानने की मशीन स्पायरो मीटर का संचालन बंद पड़ा हुआ है। फेफड़े की रोगियों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिसकी वजह से मरीजों को निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है। यह जांच महंगी है। जिसके चलते गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। मांगपत्र सौंपने के दौरान जिला अस्पताल जीवनदीप समिति के मानद सदस्य प्रशांत डोंगावकर भी मौजूद रहे।