मिट्टी की वजह से रास्ता हो गया था सकरा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी ने नाली निर्माण करने के लिए मिट्टी खोदकर सड़क पर डाल दिया। इससे सड़क सकरी हो चली थी। मालती देवी, निवासी मॉडल टाउन स्कूटर से सुपेला की ओर जा रही थी, इस बीच सामने चल रहे फोरव्हीलर वाहन ने ब्रेक लगाया। तब स्कूटर का मीरर फोरव्हीलर में फंस गया और महिला उस वाहन के जद में आ गई। वह गिर गई आसपास मौजूद लोगों ने उसे उठाया तो सीधे हाथ के कांधे में घिसटने से निशान था और खून चेहरे के आसपास फैला था। राहगीरों ने तुरंत 108 और पुलिस को फोन किया। दोनों को आने में वक्त लगा। इसके बाद महिला को बचाने कोशिश की गई, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
आनन-फानन में मिट्टी हटाने लगा दी गाडिय़ां
हादसे के बाद सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी ने रस्सी लगाकर मुरुम को सड़क से उठाकर खोदे गए नाली से दूसरी ओर फेंकना शुरू किया। यह काम नाली खोदने के समय भी किया जा सकता था। इससे सड़क सकरी नहीं होती और यह दुर्घटना टाली जा सकती थी।
आखिरी बार अपनी बहन से मिली मालती
मालती देशमुख की बहन खुर्सीपार में रहती है। वह रविवार को मालती देशमुख के घर परिवार वालों के साथ पहुंची थी। इस दौरान कुछ सामान छूट गया। उस सामान को लौटाने के लिए बुधवार को मालती देशमुख अपनी बहन के घर खुर्सीपार गई। वहां बहन ने रुकने और रात का भोजन खाकर जाने कहा। इस पर मालती ने बताया कि रात में सड़क पर प्रकाश व्यवस्था सही नहीं रहती है। इस वजह से दिन में ही सुरक्षित चले जाना चाहती है। यह कहते हुए वह अपनी बहन से मिलकर लौट रही थी। रास्ते में यह हादसा हो गया।
पांच साल से चला रही थी दोपहिया
मां के मौत की खबर सुनकर बेटा रामअवतार देशमुख अर्जुंदा से भागते हुए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंचा। यहां मरच्यूरी में जाकर खून में लथपथ मां को देखा, तो आंख भर आई। परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे ढांढस बंधाया। बेटा शादी के बाद से गांव में ही रह रहा है। बेटे ने बताया कि मां 5 साल से दोपहिया वाहन चला रही है, कभी भी उनको खरोच तक नहीं लगा।
मां के गुजरने की खबर नहीं दिए बेटी को
शास्त्री अस्पताल के मरच्यूरी में मां का शव रखा हुआ था। वहीं बेटी समीक्षा देशमुख को अस्पताल में परिजनों ने बैठा रखा था। वह एक साल के बच्चे को लेकर यहां पति के साथ पहुंची थी। उसे बताया कि मां अभी गंभीर है, इस वजह से नहीं मिल सकते। मरीजों से मुलाकात करने चिकित्सक सुबह समय देंगे। इस तरह से बिना मां से मिले ही वह अपने एक साल के बच्चे के साथ लौट गई।
कोरोनाकाल के दौरान बेटी का करवाया था विवाह
मालती देशमुख ने कोरोनाकाल के दौरान बेटी का विवाह ग्राम अंडा के जंजगिरी में करवाया था। अभी बेटी की शादी को दो साल ही बीते हैं और वह दुनिया से चली गई। मालती देशमुख मॉडल टाउन में अकेले रहती थी, उनके पति की मौत पहले ही हो चुकी थी। इस वजह से खुद कमा कर अपने बच्चों की शादी करवाई।
महिला ने हेलमेट पहना था क्या
डॉ. अभिषेक पल्लव, पुलिस अधीक्षक, दुर्ग ने बताया कि महिला ने हेलमेट पहना था क्या ..? किस साइड में चल रही थी, सीधे में या उल्टे हाथ में। यह सब जांच की जाएगी, इसके बाद जिम्मेदारी तय होगी। तब कार्रवाई की जाएगी।
एसपी से करता हूं चर्चा
पुष्पेंद्र कुमार मीणा, कलेक्टर, दुर्ग ने बताया कि हादसे को लेकर पुलिस अधीक्षक, दुर्ग से चर्चा कर लेता हूं। हादसे की वजह क्या है यह जानना जरूरी है। इसके बाद ही इस मामले में कुछ बता सकता हूं।
लापरवाही से चलाते हुए किया एक्सिडेंट
दुर्गेश शर्मा, थाना प्रभारी, सुपेला ने बताया कि फोरव्हीलर चालक ने लापरवाही से वाहन चलाते हुए एक्सिडेंट किया। इसमें महिला की मौत हो गई है, अभी मर्ग कायम किए हैं। विवेचना जारी है।