यह भी पढ़ें: Pushya Nakshatra 2024: खरीदारी का महापर्व… आज धनतेरस, दिवाली से पहले गुरु पुष्य नक्षत्र में चमकेगा बाजार उन्होंने कहा कि इतने वर्षाें बाद ऐसा हो रहा है जब पुष्य नक्षत्र पर अनेकाें मुहूर्त एक साथ लाभ पहुंचाने आ रहे हैं। इन मुहूर्तों में सोने की खरीदारी सबसे शुभ होगी। भले ही सोने के भाव आसमान छू रहे हैं, लेकिन फिर भी इस शुभ बेला एवं मुहूर्त को लेकर शहर के बाजारों में भीड़ है। इस पुष्य नक्षत्र पर सराफा कारोबार चमकेगा, वहीं नए वाहनों की खरीदारी भी फायदा पहुंचाएगी।
क्या है पुष्य नक्षत्र की खासियत
पुष्य नक्षत्र को शुभ नक्षत्र माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में 27 नक्षत्रों में से पुष्य नक्षत्र आठवां नक्षत्र होता है, और इस शुभ नक्षत्र में किया गया हर कार्य बहुत ही पुण्यदायी और कई गुना फलदायी होता है। शास्त्रों के अनुसार बताया गया है की यह नक्षत्र धन तेरस और चैत्र प्रतिप्रदा के समान शुभ माने जाते हैं। इसके साथ ही पुष्य नक्षत्र वार के साथ होने से गुरु पुष्य, रवि पुष्य, शनि पुष्य, बुध पुष्य जैसे महायोग बनाता है। इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, कपड़े, जेवर, भूमि, भवन, वाहन आदि खरीदने के लिए शुभ योग है।बाजारों में आज से शुरू होगी रौनक
ट्विनसिटी के सभी बाजारों में पुष्य नक्षत्र से रौनक शुरू हो जाएगी। व्यापारियों ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। पुष्य नक्षत्र के इस अतिशुभ मुहूर्त पर लोगों के लिए सोने-चांदी के आभूषणों की नई वैराइटी और रेंज लाई गई है। इसी तरह इलेक्ट्रॉनिक बाजार भी ग्राहकों के लिए नजरें बिछाए बैठा है। रियल एस्टेट ने अपने सभी प्रोजेक्ट पूरे कर लिए हैं। इस साल इस सेक्टर में शानदार व्यापार की उमीद लगाई जा रही है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में कार और बाइक की बुकिंग जोरों पर है। पुष्य नक्षत्र के दुर्लभ संयोग को लेकर इस साल भिलाई-दुर्ग का बाजार खरीदारी से जमकर रौशन होगा। 30 साल बाद वह घड़ी आई है, जिसमें की गई खरीदारी धन संपत्ति में स्थायी लाभ लाएगी।
जानें कब है शुभ मुहूर्त
इस तरह है धनतेरस का मुर्हूत – 30 अक्टूबर सर्वार्थ सिद्धी योग सूर्योदय से रात 9.42 तक लाभ अमृत बेला सुबह 6.10 से 9.10 तक शुभ अमृत बेला सुबह 10.40 से दोपहर 12.10 तक लाभ बेला शाम 4.40 से 6.10 तक नरक चतुर्दशीरूप चौदस – 31 अक्टूबर दीपावलीमहालक्ष्मी पूजा – 1 नवंबर लाभ अमृत बेला सुबह 7.40 से 9.40 तक प्रदोषकाल गोधूलि बेला शाम 4.35 से 6 बजे तक
मिथुन – रात 8.13 से 10.26 तक शुभ बेला सुबह 11.10 से 12.40 तक अभिजीत मुहूर्त 11.59 से 12.44 तक
आज पिएं चांदी के बर्तन में दूध,मिलेगा लाभ
महंत यज्ञानंद ने बताया कि घर में स्थायी लक्ष्मी प्राप्त करने के लिए बुधवार को सुबह 9 बजे से पहले महालक्ष्मी मंदिर जाकर देवी को 108 गुलाब के पुष्प अर्पित करें। विद्या बुद्धि की प्राप्ति के लिए पुष्य नक्षत्र के दिन चांदी के पात्र से दूध का सेवन करें। भगवान श्रीगणेश को 1008 दुर्वांकुर अर्पित करने से सुख-सौभाग्य, वैभव और ज्ञान की प्राप्ति होती है। पुष्य नक्षत्र में श्रीसुक्त के 108 पाठ करने से जीवन के आर्थिक संकटों का नाश होता है और सुख-सौभाग्य प्राप्त होता है। वैवाहिक जीवन में सामंजस्य और खुशहाली के लिए पुष्य नक्षत्र में शिव परिवार का विधि-विधान से पूजन करें।