यह भी पढ़ें: Diarrhea Outbreak In CG: बेमेतरा में डायरिया का प्रकोप, इस गांव में मिले 71 मरीज, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप शहरी खंड चिकित्सा अधिकारी, चरोदा व खंड चिकित्सा अधिकारी पाटन ने वार्ड 23 में स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों की टीम ने शिविर लगाकर प्रभावित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। गुरुवार को संक्रमित क्षेत्र में 2 नए मरीज मिले। 25 से 28 नवंबर तक आदर्श नगर चरोदा में 28 व्यक्ति प्रभावित हुए। वर्तमान में 1 मरीज पीएचसी, भिलाई 3 में चिकित्सकीय उपचार ले रहा हैं। मरीज की स्थिति सामान्य है।
फिल्टर के बाद भी पनी से बदबू
नगर निगम, भिलाई-चरोदा के फिल्टर प्लांट से फिल्टर होने के बाद भी पानी में बदबू आने की शिकायत लोग कर रहे हैं। लोग पीने के लिए आसपास के बोरिंग या पुराने पंप हाउस पर निर्भर हैं। वहीं कुछ लोगों ने बोरिंग खनन करवा लिया है। इसके अलावा बहुत से लोग पानी खरीद कर पीने लगे हैं। मौके पर जायजा लेने पहुंचे महापौर से वार्ड के लोगों ने सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कहा। लोगों से पानी उबालकर पीने, नालियों में कचरा नहीं डालने कहा। लोगों ने महापौर से नाली निर्माण कराने की मांग की।घर-घर तक पहुंची टीम
काम्बेट टीम व मितानिन द्वारा संक्रमित क्षेत्र का सर्वे किया जा रहा है। विभाग ने मितानिनों व स्वास्थ्य कार्यकर्ता को प्रभावित क्षेत्र में सतत् निगरानी रखने के लिए निर्देशित किया है। टीम घरों का भ्रमण कर रही है। ओआरएस पैकेट, क्लोरिन टेबलेट, मैट्रोनिडाजोल टेबलेट, सिप्रो टेबलेट, डॉक्सीसाइक्लिन टेबलेट, स्पोरोलेक पावडर शिविर स्थल पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जो मरीजों को वितरित किया जा रहा है।स्वास्थ्य विभाग का पहुंचा अमला
शहरी क्षेत्र चरोदा के वार्ड 23 आदर्श नगर में गुरुवार को दो और नए डायरिया के मरीज मिले। इसके पहले डायरिया की सूचना मिलने पर सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी दुर्ग के निर्देश पर गुरुवार को रितिका मसीह जिला महामारी विशेषज्ञ दुर्ग, विवेक मिंज शहरी कार्यक्रम प्रबंधक चरोदा व स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमलों ने संक्रमित क्षेत्र का भ्रमण किया।सदन में बताया पानी पीने योग्य नहीं
नगर निगम भिलाई तीन-चरोदा के महापौर निर्मल कोसरे और अधिकारियों ने सदन में बताया था कि खारून नदी से आने वाला पानी पीने योग्य नहीं है। लोगों की शिकायत सही है कि पानी में बदबू आता है। पार्षदों ने भी यह बात वार्डों में साफ कर दिया है। इससे बोतल में घर-घर तक पानी बेचने वालों का व्यापार चल निकला है। निगम क्षेत्र में वाटर एटीएम नहीं है, इस वजह से पानी खरीद कर पीना मजबूरी हो गया है। आदर्श नगर, चरोदा में गुरुवार को डायरिया की शिकायत जिस क्षेत्र में है, वहां जायजा लेने निगम महापौर पहुंचे। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग व निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।जल आवर्धन पर खर्च किया 103 करोड़
नगर निगम, भिलाई-चरोदा ने जल आवर्धन योजना के नाम पर 103 करोड़ रुपए खर्च किया। इसके बाद लोगों तक ऐसा पानी पहुंचाया जा रहा है, जिससे बीमार पडऩे की आशंका अधिक है।स्वास्थ्य विभाग व निगम ने किया सर्वे
बीईईटीओ शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम चरोदा भिलाई 3 सैयद असलम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग और निगम चरोदा की टीम संयुक्त रूप से सर्वेक्षण कर रही हैं। इसमें हर घर दस्तक दे कर उल्टी-दस्त की जानकारी ली जा रही है। खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भुनेश्वर कठौतिया ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की 6 टीमें बनाकर डोर टू डोर मरीजों की खोज कर प्रत्येक घर में पानी उबालकर ठंडा करके पीने व ताजा भोजन करने हिदायत दी गई है। वहीं डायारिया होने पर शासकीय अस्पताल में जाकर उपचार कराने कहा गया है। एक दिन पूर्व वार्ड 24 के पार्षद सत्यप्रकाश शर्मा ने भी सर्वेक्षण में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ भ्रमण किया। इस दौरान विवेक मिंज, सीपीएम दुर्ग संजीव दुबे एएनएम द्रौपदी, प्रभास यादव, एस देशलहरे, रेखराम, साहू, हर्षा मानिकपुरी, हेमलता निर्मलकर, मितानिन र%ा भट्ट, मंजू बंजारे, अन्नपूर्णा साहू, मंजू वर्मा शामिल रहे।