CG News: शिकायत करने पर यह मिलता है जवाब
प्रॉपर्टी टैक्स जमा करने के लिए आने वाले जब इसको लेकर शिकायत करते हैं, तब निजी एजेंसी के कर्मचारी बताते हैं कि जिस जोन में रहते हो, वहां के अधिकारी को आवेदन दो। तब वहां से जलापूर्ति की राशि की कटौती होगी। वर्ना पैसा जमा करना होगा। यह राशि पेंडिंग बताते रहेगी। इस तरह से शिकायतकर्ता को एक दतर से दूसरे दतर का चक्कर लगाना पड़ रहा है। हर माह आ रही शिकायत
निगम में मौजूद प्रॉपर्टी टैक्स काउंटर में हर माह इस तरह की शिकायत आ रही है। कनेक्शन और बकाया की जानकारी निगम ने निजी एजेंसी को मुहैया करवाई है। इस वजह से वे जोन कार्यालय जाने की सलाह दे रहे हैं। जोन कार्यालय के अधिकारी भी इसे लेकर गंभीर नहीं हैं।
प्रॉपर्टी टैक्स के साथ थमा दिया जाता है पानी का बिल
नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स वसूली का काम निजी कंपनी को दिया है। यह कंपनी घर-घर प्रॉपर्टी टैक्स के लिए जब वसूली करने अपने प्रतिनिधि को भेजती है, तब उनसे जलापूर्ति कर की राशि भी मांगी जाती है। इस तरह से हजारों रुपए ऐसे लोगों को से मांगी जा रही है, जिन्होंने निगम से नल कनेक्शन नहीं लिया है।
जुर्माना भी लगा दिया निगम ने
नंदिनी रोड में रहने वाले एक घर में अब तक निगम का नल कनेक्शन नहीं लगा है। दिसंबर 24 में उस परिवार को जलापूर्ति कर का मांग पत्र सौंपा गया है। इसमें 2011 से पानी का बिल बकाया बताया गया है। निगम ने 35 हजार रुपए से अधिक की राशि मांगी है। वहीं निगम ने जुर्माना भी 1500 रुपए से अधिक लगा दिया है। परेशान परिवार निगम के मुय दतर का चक्कर लगा रहा। यहां उनको कोई सीधा जवाब तक नहीं देता।