कम खर्च में सनातन परंपरा का निर्वाह
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था कि परंपरा का निर्वाह करते हुए उपनयन की संपूर्ण विधि का लाभ समाज में विभिन्न आर्थिक परिवेश के परिवारों को मिले। इसमें व्यक्तिगत रूप से होने वाले अत्यधिक व्यय को कम किया जा सके। यह कार्यक्रम इस उद्देश्य की पूर्ति करने में सफल रहा
नारी शक्ति का योगदान
कार्यक्रम में संस्था की महिला शाखा का विशेष योगदान रहा। सुबह 5.30 बजे से शाम के 7 बजे तक संस्था की महिलाओं ने तय किया कि यजमानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
प्रयास की सराहना
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि बीएसपी के पूर्व इंडीपीएडए मिलिंद गढ़े ने सनातन संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए संस्था के प्रयासों की प्रशंसा की। इस मौके पर संत दिवेकर, संस्था के अध्यक्ष श्रीकांत व हेमंत नाइक भी मौजूद थे।