नगर निगम, भिलाई, जोन-4, शिवाजी नगर की आयुक्त के खिलाफ महिलाओं ने जमकर नारेबाजी भी की। नगर निगम, भिलाई क्षेत्र में 3-3 योजना के तहत पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है। जोन-4 में ही निगम व भिलाई इस्पात संयंत्र की 8 उच्चस्तरीय पानी टंकी से घर-घर कनेक्शन देकर पानी की आपूर्ति की जा रही है। नगर निगम हर दिन इतना ही पानी आपूर्ति कर पा रहा है, जितनी पानी टंकी की क्षमता है। इस तरह से निगम लोगों को 60 फीसदी प्रतिव्यक्ति के हिसाब से पानी दे पा रहा है। 40 फीसदी पानी के लिए लोग इधर-उधर भटकते हैं।
135 लीटर है प्रतिव्यक्ति खपत
प्रति व्यक्ति को हर दिन करीब 135 लीटर पानी की जरूरत होती है। नगर पालिक निगम, जोन-4 घरों में उसकी जगह 70 से 80 लीटर पानी ही प्रति व्यक्ति को दे पा रहा है। पानी पूरा नहीं मिलने से लोग प्रभावित हैं।
1.25 करोड़ को करते हैं आपूर्ति
जोन-4 से हर दिन करीब 1.25 करोड़ लोगों को पानी की आपूर्ति की जाती है। इसके लिए निगम और बीएसपी के 8 पानी टंकी का उपयोग किया जाता है। इन टंकियों में करीब 1 करोड़ लीटर पानी भरा जाता है और लोगों के घरों में पाइप के माध्यम से सप्लाई किया जाता है।
बीएसपी के हैं 4 हजार आवास
जोन-4 में भिलाई इस्पात संयंत्र के 4 हजार आवास हैं। इसके अलावा करीब 10 हजार छोटे और बड़े निजी आवास हैं। जिनमें भी अलग-अलग योजना के तहत नल कनेक्शन पहुंचा है।
यहां है पानी टंकी
नगर पालिक निगम, भिलाई में 32 लाख लीटर की 3 उच्चस्तरीय पानी टंकी है। जिसमें पहली शिवाजी नगर जोन कार्यालय में, दूसरी गौतम नगर में और तीसरी छावनी शंकर नगर में है। इसके अलावा भिलाई इस्पात संयंत्र की सेक्टर-11 खुर्सीपार में 5 लाख लीटर की पानी टंकी, श्रीराम चौक में 80 हजार लीटर की पानी टंकी, 50 हजार लीटर की पानी टंकी, सेक्टर-11 के खुर्सीपार जोन-दो में 50 हजार लीटर की पानी टंकी। खुर्सीपार जोन-एक में 50 हजार और 80 हजार लीटर की पानी टंकी है।
पानी के लिए दूसरे स्रोत पर है निर्भर
निगम ने करोड़ों रुपए खर्च कर वृहद पेयजल योजना, भागीरथी नल जल योजना और अमृत मिशन के नाम पर पाइप लाइन बिछाया। बावजूद इसके क्षेत्र के लोगों को 40 फीसदी पानी के लिए बोरिंग, पंप हाउस, हैंड पंप जैसे स्रोत का सहारा लेना पड़ रहा है।