इधर, लोकतंत्र मजबूत करने अपने घरों से निकले मतदाताओं की सूरज ने परेशानी नहीं बढ़ाई। दिन का अधिकतम तापमान सोमवार को जहां 42.4 डिग्री सेल्सियस था, उसमें मंगलवार को 5 डिग्री की गिरावट आ गई, जिसके बाद दिन में पारा 36.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रात के न्यूनतम तापमान में भी औसत से एक डिग्री की गिरावट दर्ज हुई जिसके बाद पारा 28.6 डिग्री से लुढक़कर 26.6 डिग्री पर पहुंच गया। दिन में धूप कम और रात का पारा गिरते क्रम में रहा, लेकिन उमस में कोई गिरावट नहीं आई।
कई जिलों में अधंड चली
बदले हुए मौसम का असर सबसे ज्यादा जगदलपुर जिले में देखा गया। यहां दिन और रात को मिलाकर सर्वाधिक 61.1 मिमी बारिश हुई। बिलासपुर में भी 1.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। मध्य छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले मेें शाम को अच्छा पानी बरसा, वहीं अन्य जिलो में भी वर्षा की गतिविधियां रिकॉर्ड की गई। कोरबा और बिलासपुर सहित प्रदेशभर में तेज हवाएं चली। कुछ जिलों में अंधड का लोगों ने सामना किया। इसके अलावा अंबिकापुर में भी 1.6 मिमी बारिश हुई।
क्या है मौसम का अनुमान
मौसम विभाग रायपुर के विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि एक द्रोणिका उत्तरी अदरूनी ओडिशा से राजस्थान तक फैली हुई है। वहीं एक अन्य द्रोणिका की अनियमित गति विदर्भ से तमिलनाडु तक बढ़ रही है। इनमें प्रभाव से ही प्रदेश में वर्षा की गतिविधियां जारी है। बुधवार को भी मध्य छत्तीसगढ़ सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना है। अंधड़ चलना और ओलावृष्टि भी संभावित है। फिलहाल प्रदेश के सभी जिलों में बदले हुए मौसम की वजह से अधिकतम तापमान में 3 से 6 डिग्री तक की गिरावट आई है। अगले कुछ दिन बादल छाए रहने और तापमान में गिरावट का क्रम जारी रहने की प्रबल संभावना बन रही है। बता दें कि दूसरा द्रोणिका उत्तर-पूर्व राजस्थान से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक स्थित है। जिसके प्रभाव से प्रदेश में 9 मई को कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छीटें पड़ने की संभावना है। वहीं एक-दो स्थानों पर गरज- चमक के साथ अंधड़ चलने तथा वज्रपात होने की संभावना है।