आईपीएस निखिल राखेचा ने बताया कि घटना शनिवार रात करीब 9.30 बजे बीआरपी कॉलोनी मरोदा नेवई की है। आरोपी उमा बाई साहू (42 वर्ष) का पति संतोष साहू से अक्सर विवाद होता रहता था। शराब के नशे में संतोष उसके साथ मारपीट और गाली गलौज करता था। उसे खर्च के लिए पैसे नहीं देता था। इससे तंग आकर उमा बाई ने अपने पति संतोष साहू की हत्या करने की रणनीति बनाई। अंडा थाना क्षेत्र के ग्राम गुढ़ी निवासी लोकेश्वर साहू उर्फ लक्की (19 वर्ष) को घर बुलाया। उसे अपनी योजना बताई और दोनों ने मिलकर संतोष की गला दबाकर हत्या कर दी।
घटना स्थल पर मिली टूटी चूड़ियां घटना की तफ्तीश के दौरान पुलिस को टूटी हुई चुडियां मिली। मृतक के गले में निशान मिले। इससे शक हुआ। आरोपी उमाबाई साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
भतीजे ने शराब पिलाई, फिर की हत्या राखेचा ने बताया कि उमा बाई का भतीजा लोकेश्वर साहू शाम को घर पहुंचा। अपनी बुआ के साथ हत्या की रणनीति बनाई। शराब दुकान से शराब लेकर आया। पहले संतोष को जमकर शराब पिलाई। संतोष नशे में आकर विस्तर में सो गया। इसके बाद उमा और लोकेश्वर ने मिलकर एक ने तकिया से मुंह दबाया। दूसरे ने गला दबा दिया। दम घुटने से संतोष की मौत हो गई। आरोपी लओकेश्वर मौके से भाग गया।
बेटी दामाद ने संदेह होने पर पुलिस को सूचना दी राखेचा ने बताया कि 28 मई को रात में रोहित कुमार साहू निवासी दुर्ग ने नेवई थाना आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके ससुर संतोष कुमार साहू जो स्टेशन मरोदा बीआरपी कॉलोनी में रहते है, उनकी मौत हो गई है। उनकी सास ने फोन करके बताया था कि सीने में दर्द होने के कारण उनकी मृत्यु हुई है,लेकिन हम लोगों के देखने पर उनके गले में निशान दिख रहा है, जिससे संदेह हो रहा है।