पानी का सैंपल भेजा
निगम व स्वस्थ्य विभाग की टीम ने 6 घरों से पानी का सैंपल एकत्र कर जांच के लिए भेजा है। जिन 4 मरीजों का उपचार किया जा रहा है, उनमें से एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई 3, दो साईं ज्योति अस्पताल, एक ज्योति अस्पताल, चरोदा में दाखिल है। पानी के साथ-साथ यहां मल जांच की भी जरूरत है। पाइप लाइन लिकेज होने से सीवरेज लाइन की गंदगी भी पेयजल के पाइप लाइन में प्रवेश करने लगती है। विभाग को मल जांच करवाना होगा। इससे साफ होगा कि असल वजह क्या है।
900 से अधिक मकान में सम्पवेल से कर रहे आपूर्ति
भिलाई-चरोदा के वार्ड-23 की आबादी करीब 4000 है। यहां लगभग 900 मकान है। इसमें हाउसिंग बोर्ड का क्षेत्र भी शामिल है। इस वार्ड में दो अलग-अलग संपवेल से पानी की आपूर्ति की जाती है। इस वार्ड में करीब 50 घरों में जल आवर्धन योजना का पानी भी पहुंचता है। जल आवर्धन योजना को अहिवारा, विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजमहंत डोमनलाल कोर्सेवाड़ा ने शासन से स्वीकृति दिलवाया। 103 करोड़ रुपए इस योजना में खर्च किया गया। इसका पानी पीने योग्य नहीं है। यह बात निगम के सदन में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने बताया था। डायरिया की वजह स्पष्ट नहीं
टी ठाकरे, पार्षद, वार्ड-23, नगर निगम, भिलाई-चरोदा ने बताया कि डायरिया नेहरू चौक क्षेत्र में क्यों पैर पसारा है। यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पानी के सैंपल की जांच और मरीजों ने क्या सेवन किया था। यह जानने के बाद ही मालूम होगा कि लोगों को उल्टी दस्त क्यों हुआ है।
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