यह भी पढ़ें: CG Rice Scam: गरीबों का सरकारी चावल खा रहे दुकानदार, गड़बड़ी करने वालों की खैर नहीं… एक के खिलाफ FIR दर्ज रविवार को दोपहर करीब 12.20 बजे करहीडीह स्थित गुरुदेव राइसमिल में खाद्य विभाग की टीम ने छापेमारी की। फूड इंस्पेक्टर वसुधा गुप्ता ने बताया कि पीडीएस चावल की कालाबाजारी को लेकर लगातार खाद्य विभाग को शिकायतें मिल रही है। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर फूड कंट्रोलर टीएस खत्री के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई है।
इसी कड़ी में सूचना मिली कि रामनगर से गाड़ी सीजी 07-बीई- 9873 में सफेद बोरियों में चावल भरकर करहीडीह राइसमिल में अनलोड करने ले जाया जा रहा है। टीम तत्काल पहुंची। गाड़ी सीधे गुरुदेव राइसमिल में घुस गई। वहां पहुंचते ही चालक तुरंत चावल से भरी बोरी फटाफट नीचे फेकने लगा। मिल में मौजूद मजदूर उसे मिल के अंदर शिट करने लगे। तभी टीम भी मिल में पहुंच गई। गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया।
आशुतोष चंद्राकर और चंद्रकांत बघेल भी पहुंचे। उनके सामने गाड़ी मालिक राकेश साव उर्फ हर्रा का बयान लिया गया। मौके पर ही 42 कट्टा चावल वजन करीब 21 क्विंटल को जब्त किया गया। गाड़ी समेत चावल को जेवरा पुलिस चौकी में पुलिस की अभिरक्षा में रखवा दिया है। नान की इस्पेक्टर ने सेंपल लिया है। नान की रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
बिल में फोर्टिफाइड चावल का जिक्र नहीं
इंस्पेक्टर ने बताया कि बयान में चावल 13 दिसंबर को बेचा, लेकिन बिल 14 दिसंबर का दिखाया। जिसमें राकेश साव के नाम गाड़ी सीजी-07-बीई 9873 मेन्सन है। 42 कट्टा 21 क्विंटल चावल का जिक्र है, लेकिन उस बिल में कहीं पर एफआरके चावल का जिक्र नहीं है। इस लिए बिल में भी संदेह है। हालांकि बिल को दिखाया और फोटो कॉपी करा कर देने की बात कही, लेकिन मिलर ने बिल की कॉपी जमा नहीं किया।चेक किया जाएगा मिल का सीसीटीवी कैमरा
गुरुदेव राइसमिल में सीसीटीवी कैमरी लगा है। जांच अधिकारियों कहा कि सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की जाएगी। स्पष्ट हो जाएगा कि गाड़ी सीजी-07-बीई-9873 इस राइसमिल में कितनी बार सफेद बोरियों में चावल भर कर आई है। मिल के शटर के पास में ही सफेद बोरियों में कई कट्टा चावल अलग से डंप था। जब उसकी फोटोग्राफी होने लगी, तब मीलर ने तत्काल मिल का शटर गिरा दिया।दुर्ग में किराना दुकान से फोर्टिफाइड मिक्स चावल जब्त
खाद्य विभाग की टीम ने बताया कि शनिवार को मोहन नगर थाना अंतर्गत महमूद की किराना दुकान में छापेमारी की गई थी। जहां सफेद बोरियों में 22 कट्टा यानी 11 क्विंटल चावल मिला। जिसमें एफआरके चावल मिक्स था। चावल को जब्त किया गया। हालांकि महमूद ने भी बिल जमा किया है। उसके चावल के सेंपल को लेकर जांच के लिए नान इंस्पेक्टर ले गए हैं। फूड इंस्पेक्टर ने पूछा कि गाड़ी किसकी है, तो गुरुदेव राइसमिल से राजेश जैन ने कहा कि राकेश साव उर्फ हर्रा का है। प्राइवेट चावल क्यों खरीद रहे हो। राजेश ने जवाब दिया कि बेचा था उसी को ही वापस ले रहा हूं। इंस्पेक्टर ने पूछा कि सरकारी चावल का स्टॉक अभी खाली नहीं हुआ है। फोर्टिफाइड मिक्स चावल को प्राइवेट व्यक्ति को कैसे बेच सकते हो। इसका जवाब राजेश के पास नहीं था। इसके बाद इंस्पेक्टर ने गाड़ी व चावल मालिक राकेश साव उर्फ हर्रा से पूछा तो उसने जवाब दिया कि 13 दिसंबर को चावल खरीद कर गया था। चावल पतला होने के कारण उसे लौटाने आया था। बिल पूछने मिल मालिक से मांगा।