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CG Crime News: पुलिस की नाकामी, टिकट दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले और घर में जुआ खिलाने वाले अब भी फरार छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने बताया कि आरोपी डॉ. मनमोहन खंडूजा ने 96 करोड़ रुपए में अपोलो बीएसआर
हॉस्पिटल का सौदा संतोष रुंगाटा ग्रुप के डायरेक्टर सोनल रुंगटा से किया था। जिसका रकबा 3.5 एकड़ है। सोनल रुंगटा से 19 करोड़ 14 लाख रुपए एडवांस लिया था। सीएसपी ने बताया कि सौदा कर एडवांस लेने के बाद डॉ. एमके खंडूजा ने धोखाधड़ी की और अस्पताल को विपीन कुमार अग्रवाल को बेच दिया।
सोनल रुंगटा की शिकायत पर छावनी पुलिस ने आरोपी डॉ. खंडूजा के खिलाफ धारा 420, 406, 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू की। आरोपी की जब खोजबीन करने लगे तो वह घर से फरार हो गया था। लोकेशन सर्च करने पर साउथ कोलकाता के भवानीपुर थाना अंतर्गत मिला। जहां टीम पहुंची तो हेल्थ मैक्स डायग्नोस्टिक लैब चला रहा था। लैब में ही पुलिस ने उसे दबोच लिया।
लोकेशन पर ऐसे पहुंची पुलिस
एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर छावनी सीएसपी हरीश पाटिल ने टीम गठित की। छावनी थाना से एसआई वरुण देवता, प्रधान आरक्षक जसपाल सिंह और हेमलता मरकाम को कोलकाता रवाना किया गया। साइबर सेल की मदद से मिले लोकेशन पर टीम हेल्थ मैक्स डायग्नोस्टिक लैब पहुंच गई। लोकल पुलिस की मदद ली। लैब में कार्यरत स्टॉफ सीधे मना कर रहे थे कि यहां कोई डॉ. एमके खंडूजा नहीं है। लैब के पीछे बनाया था केबिन
पुलिस ने बताया कि डॉ. खंडूजा उसी लैब में सबसे पीछे अपना कैबिन बनाकर बैठता था। पुलिस ने उसकी गाड़ी को ट्रेस कर लिया था। टीम 19 अक्टूबर दोपहर करीब 1 बजे से उसका इंतजार करती रही, लेकिन वह नहीं निकला। तब पुलिस लैब की तलाशी शुरू की। लैब के पीछे एक बड़ा सा केबिन बनाकर बैठा था। जहां से उसे दबोच कर बाहर निकाले। फ्लाईट से
रायपुर लाया गया। इसके बाद छावनी भिलाई पहुंचे।
दर्जनों लोगों को लगाया है चपत
पुलिस ने बताया कि आरोपी डॉ. खंडूजा काफी शातिर है। अस्पताल के डॉक्टर, बीएसपी कार्मिकों समेत दर्जन भर लोगों से लाभ का झांसा देकर इनवेस्ट कराया है। करीब 83 लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट स्मृति नगर चौकी में दर्ज है। सुपेला थाने में चार स्थाई वारंट है। रायपुर कोर्ट से उसके खिलाफ गिरफ्तारी का आदेश जारी हुआ था।