स्टेशन मास्टर ने दिखाया झंडा
स्टेशन मास्टर मुइनुद्दीन ने झंडा दिखाकर पावर हाउस से ट्रेन को रवाना किया। इस दौरान एआरएम के साथ-साथ पावर हाउस के सीबीएस इंद्रा भोई, प्रभारी सुनील देशमुख, जीआरपी के प्रभारी बोरझा दल-बल के साथ मौजूद थे।
लापरवाही की वजह से 2 मिनट हुई विलंब
वंदे भारत एक्सप्रेस पावर हाउस रेलवे स्टेशन से 2.44 बजे रवाना होने की तैयारी में थी। पायलट ने मौजूद रेलवे के अधिकारियों, आरपीएफ के अफसरों को बताया कि किसी ने एक्सप्रेस के डोर को बंद नहीं किया है। जब तक डोर नहीं बंद होगा। तब तक ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी। जवान आगे से पीछे तक भागे। डोर बंद करवाया इसके बाद ट्रेन 2 मिनट विलंब से आगे बढ़ी। लोगों की लापरवाही से यह दिक्कत पेश आ रही है।
मुसाफिरों को यहां हो रही परेशानी
मुसाफिरों को वंदे भारत एक्सप्रेस में चढऩे के दौरान दिक्कत पेश आ रही है। प्लेटफार्म और ट्रेन के कोच के मध्य जहां गेप अधिक नजर आ रहा है। वहीं कोच में चढऩे में भी हाइट अधिक होने से महिलाओं को परेशानी हो रही है। इसको लेकर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि समय के साथ इसमें सुधार हो जाएगा।
वंदे मातरम एक्सप्रेस का किराया 4 गुना
नासिर खोखर, प्रवक्ता जिला कांग्रेस कमेटी, दुर्ग ने बताया कि बिलासपुर से नागपुर वंदे मातरम एक्सप्रेस का किराया 1890 रुपए है, कैटरिंग सर्विस लेने में 2045 हैं वहीं चेयर कार में 955 और कैटरिंग चार्ज जोड़ के किराया 1075 है। दुर्ग से राजनांदगांव केवल 30 किलोमीटर का 690 रुपए किराया है। दूसरी सुपर फास्ट ट्रेनों में बिलासपुर से नागपुर स्लीपर का 265 और एसी 3 टायर का 650 रुपए है। इस एक्सप्रेस का किराया विमान किराए की तरह है, जो आम लोगों से दूर है।डॉ. श्यामा कुर्रे, रेलवे सलाकार समिति सदस्य, रायपुर मंडल ने बताया कि आज मेरा जन्म दिन था, उस पर वन्दे भारत एक्सप्रेस शुरू हुई। इस तरह से दोहरी खुशी मिली है। इंजीनियरों को चाहिए कि प्लेटफार्म से चढ़ते वक्त महिलाओं को दिक्कत न हो। ऐसे बोगी के डोर व सीढ़ी को बनाएं।