यह भी पढ़ें: City bus: सिटी बसें हुईं कबाड़, सरकार को 4 करोड़ 80 लाख का नुकसान, सेवा पूरी तरह ठप… गौरतलब है कि ग्रामीण इलाकों को शहरों से जोडऩे और सस्ते दर पर आवगमन के लिए साल 2015 में अर्बन ट्रांसपोर्ट योजना शुरू की गई। इसके तहत दुर्ग-भिलाई अर्बन सोसाइटी गठन कर सिटी बसों का संचालन शुरू किया गया। दुर्ग-भिलाई में 130 करोड़ की लागत से 115 बसों के संचालन का लक्ष्य था, लेकिन 70 बसें ही मिल पाई।
इनमें से 56 बसों का संचालन किया जा रहा था, लेकिन कोरोना में इसके संचालन की व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। अब धीरे-धीरे इन्हें फिर शुरू किया जा रहा है। दुर्ग से रसमड़ा के बीच एमएसएमई प्रौद्योगिकी केंद्र की मांग पर प्रशिक्षणार्थियों की सुविधा के लिए बस सेवा शुरू किया जा रहा है।