यह भी पढ़ें: CG Education: डी. फार्मा करने वाले विद्यार्थियों के लिए नया नियम, देना होगा एग्जिट एग्जाम, नहीं तो… द्वितीय चरण काउंसलिंग में रूंगटा आर-1 इंजीनियरिंग कॉलेज की 164 सीटें शामिल र्हुइं थी, जिनमें सबसे पहले आवंटन हुआ। इस तरह अब रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में एक भी सीट रिक्त नहीं है। कॉलेज की सभी 1458 सीटें अलॉट हो गई हैं। रिकॉर्ड एडमिशन देने वाले निजी कॉलेजों में बीआईटी दुर्ग इस साल दूसरे स्थान पर आ गया है। यहां की 168 सीटें द्वितीय चरण की काउंसलिंग में शामिल की गई थीं, जिसमें अभी 10 सीट रिक्त हैं।
इसके अलावा शंकराचार्य इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी रायपुर की कुल 590 में से 94 सीटें खाली रह गई हैं। रिक्त सीटों का सबसे बड़ा अंतर इस साल भिलाई स्थित शंकराचार्य टेक्निकल कैंपस में आया है। इनकी कुल 1221 सीटों में से प्रथम चरण में 505 सीटों पर अलॉटमेंट हुए, जबकि द्वितीय चरण में 128 सीटें अलॉट हुईं।
CG Education: तीन सितंबर तक लेना होगा प्रवेश
जिन विद्यार्थियों को काउंसलिंग के द्वितीय चरण में सीट अलॉट हो गई हैं, अब उन्हें 30 अगस्त से 3 सितंबर के बीच कॉलेज पहुंचकर एडमिशन लेना होगा। इसके बाद तकनीकी शिक्षा संचालनालय संस्था स्तर पर प्रवेश 9 सितंबर से शुरू कराएगा। पंजीयन के लिए 9 और 10 सितंबर यानी सिर्फ दो दिन मिलेंगे। जो विद्यार्थी संस्था स्तर की काउंसलिंग में शामिल होंगे, उनकी मेरिट सूची का प्रकाशन 12 सितंबर को होगा। इसके बाद इन विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए सिर्फ एक दिन मिलेगा। 13 सितंबर को कॉलेज पहुंचकर एडमिशन पक्का करना होगा। वहीं अन्य विषयों के लिए यह तारीख 15 सितंबर तय की गई है। प्रदेश में 15 सितंबर के बाद तकनीकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश पूरी तरह से थम जाएंगे। ऐसे में जो छात्र एडमिशन लेने से चूक जाएंगे उनको अब सीधे अगले साल ही मौका मिल पाएगा।