भट्ठी टीआई ने बताया कि प्रकरण 2021 का है। सेक्टर-4, सड़क-36, क्वार्टर 24 बी निवासी अजय पटेल (24 वर्ष) के बीएसपी से सेवानिवृत्त पिता चिन्तामणी पटेल के साथ में राम कुमार कोरी काम करते थे। 30 वर्षो से अच्छी पहचान थी। वर्ष 2021 में रामकुमार कोरी ने कहा कि उसका बेटा सिद्धार्थ कोरी की अच्छी पकड़ है। पीडब्ल्यूडी में अजय की नौकरी लगा देगा। पुरानी जान पहचान होने के कारण उस पर विश्वास कर लिया। 6 अक्टूबर 2021 दोपहर 1.30 बजे पटेल के निवास सेक्टर 4 अपने बेटा सिद्धार्थ को भेजा। पीडब्ल्यूडी विभाग से संबंधीत फार्म लेकर पहुंचा और फार्म भरवाया। उसे 10 लाख रुपए दिए। उसने कहा कि नौकरी पक्की है। 7 फरवरी 2022 को सेक्टर-9 में सिद्धार्थ ने अजय को बुलाया।
पीडब्ल्यूडी विभाग का सील लगा नियुक्ति पत्र थमा दिया। जब पता किया गया तो अजय का कही नाम नहीं था। तब पता चला कि सिद्धार्थ ने फर्जीवाड़ा किया और 10 लाख रुपए गबन कर लिया।