यह भी पढ़ें: CG Education: करोड़ों का किताब घोटाला: बच्चों के किताबें जा रहें रद्दी में, विकास उपाध्याय बोले, ये शिक्षा का है अपमान इसके बाद परीक्षा के दौरान जब नतीजे जारी किए गए, तब यह बात खुलकर सामने आई। मसलन छात्र ने एमएससी की एटीकेटी क्लीयर किए बिना ही बीएड जैसे कोर्स में एडमिशन ले लिया। अब विश्वविद्यालय ने ऐसे छात्रों को दोनों में से एक कोर्स को चुनकर दूसरे को निरस्त करने कहा।
इसके बाद विद्यार्थियों की मंजूरी से ही विश्वविद्यालय ने उनके एक कोर्स को निरस्त कर दिया। इस मामले में संबधित छात्र एमए. एमएससी और बीएससी कोर्स के हैं, जिनके उक्त कोर्स को पूरी तरह से निरस्त कर दिया गया है।