दो दिन पहले भी गिरा था छज्जा
बीएसपी के के रुआबांधा सेक्टर के आवास नंबर 33 बी में रहने वाले यूनिवर्सल रेल मिल कर्मचारी चंद्रशेखर नामदेव के आवास में दो दिन पहले शुक्रवार को सुबह 10 बजे छज्जा गिरा। परिवार के सदस्य उस वक्त किचन में नहीं थे। वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। यह पहला हादसा नहीं है, बीएसपी टाउनशिप के करीब आधा दर्जन आवासों में दो माह के भीतर छज्जा गिरा है। प्रबंधन इन बातों को दरकिनार कर दफ्तर में टाइल्स लगाने में व्यस्त है।
बीएसपी के के रुआबांधा सेक्टर के आवास नंबर 33 बी में रहने वाले यूनिवर्सल रेल मिल कर्मचारी चंद्रशेखर नामदेव के आवास में दो दिन पहले शुक्रवार को सुबह 10 बजे छज्जा गिरा। परिवार के सदस्य उस वक्त किचन में नहीं थे। वर्ना बड़ा हादसा हो सकता था। यह पहला हादसा नहीं है, बीएसपी टाउनशिप के करीब आधा दर्जन आवासों में दो माह के भीतर छज्जा गिरा है। प्रबंधन इन बातों को दरकिनार कर दफ्तर में टाइल्स लगाने में व्यस्त है।
मासूम बाल-बाल बची 17 जून 2019 को बीएसपी कर्मचारी (ओसीटी) अंकुर जागीर के रिसाली सेक्टर स्थित आवास का छज्जा गिरा। जहां समीप में ही उनकी एक साल की बेटी खेल रही थी। वह इस घटना में बाल-बाल बच गई। अधिकारियों ने इस घटना के बाद भी मेंटनेंस को लेकर जिस तरह से प्रयास करना था नहीं किया।
दो घर का गिरा छज्जा, एक घायल
रविवार को बीएसपी के दो-दो आवास का छज्जा गिरा, इसमें एक व्यक्ति घायल हुआ। सेक्टर-2 में एसएमएस-2 के कर्मी नंद कुमार दुबे के घर का छज्जा उनके पैर पर गिरा, जिससे वे घायल हो गए। वहीं भुजबल वर्मा के गैलरी के 8 इंच के छज्जा का सात इंच जमीन पर आ गया। इसके बाद भी नगर सेवाएं विभाग से सिविल के अधिकारियों ने बड़ी टीम भेजकर वहां काम को शुरू नहीं करवाया। इन आवासों के भीतर की हालत भी खस्ता है। बीएसपी कर्मचारी बड़ी दुर्घटना न हो, इसको लेकर दहशत में हैं।
रविवार को बीएसपी के दो-दो आवास का छज्जा गिरा, इसमें एक व्यक्ति घायल हुआ। सेक्टर-2 में एसएमएस-2 के कर्मी नंद कुमार दुबे के घर का छज्जा उनके पैर पर गिरा, जिससे वे घायल हो गए। वहीं भुजबल वर्मा के गैलरी के 8 इंच के छज्जा का सात इंच जमीन पर आ गया। इसके बाद भी नगर सेवाएं विभाग से सिविल के अधिकारियों ने बड़ी टीम भेजकर वहां काम को शुरू नहीं करवाया। इन आवासों के भीतर की हालत भी खस्ता है। बीएसपी कर्मचारी बड़ी दुर्घटना न हो, इसको लेकर दहशत में हैं।
4 दिन बाद गिरा बचा हुआ हिस्सा
भुजबल वर्मा के आवास का छज्जा गिरा बचा हुआ हिस्सा वैसे ही था, मरम्मत शुरू नहीं हुआ। इसके चार दिन बाद छज्जा के 8 इंच में से जो एक इंच बचा हुआ था, वह लटक कर गिरा। तब बीएसपी ने उस मलवे को भी हटवाया। मरम्मत नहीं कर रहे हैं।
भुजबल वर्मा के आवास का छज्जा गिरा बचा हुआ हिस्सा वैसे ही था, मरम्मत शुरू नहीं हुआ। इसके चार दिन बाद छज्जा के 8 इंच में से जो एक इंच बचा हुआ था, वह लटक कर गिरा। तब बीएसपी ने उस मलवे को भी हटवाया। मरम्मत नहीं कर रहे हैं।
कर्मी की पत्नी बाल-बाल बची
20 मई 2019 को बीएसपी के आरएमपी-1 के कर्मचारी नवीन कांत ध्रुवे के सेक्टर-2, सड़क-16, मकान नंबर 63 एफ मकान में किचन का छज्जा गिरा। किचन के करीब १५ सेंटीमीटर चौड़ा हिस्सा टूट कर गिरा, तो गैस चुल्हा इस मलवे में दब गया था।
20 मई 2019 को बीएसपी के आरएमपी-1 के कर्मचारी नवीन कांत ध्रुवे के सेक्टर-2, सड़क-16, मकान नंबर 63 एफ मकान में किचन का छज्जा गिरा। किचन के करीब १५ सेंटीमीटर चौड़ा हिस्सा टूट कर गिरा, तो गैस चुल्हा इस मलवे में दब गया था।
बीएसपी आवास का प्लास्टर गिरा, बेटी बाल-बाल बची
29 अप्रैल 2019 को बीएसपी की ओसीटी महिला कर्मचारी सुमन के रिसाली सेक्टर स्थिति आवास क्रमांक-271-ई के किचन और मकान के पीछे हिस्से का छज्जा सुबह गिरा। गनीमत रहा कि उनकी बेटी इस घटना में बाल-बाल बच गई। वह जैसे किचन का दरवाजा खोली, वैसे ही छत का बड़ा प्लास्टर गिरा। इसके साथ-साथ ही मकान के पीछे हिस्से के छज्जा का प्लास्टर भी गिरा।
29 अप्रैल 2019 को बीएसपी की ओसीटी महिला कर्मचारी सुमन के रिसाली सेक्टर स्थिति आवास क्रमांक-271-ई के किचन और मकान के पीछे हिस्से का छज्जा सुबह गिरा। गनीमत रहा कि उनकी बेटी इस घटना में बाल-बाल बच गई। वह जैसे किचन का दरवाजा खोली, वैसे ही छत का बड़ा प्लास्टर गिरा। इसके साथ-साथ ही मकान के पीछे हिस्से के छज्जा का प्लास्टर भी गिरा।
यह कर रहा प्रबंधन
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों के घर का छज्जा गिर रहा है, जिससे वे घायल हो रहे हैं। पिछले दो माह की घटना पर नजर डालें, तो कम से कम आधा दर्जन घर के छज्जा गिरे हैं। वह भी तब जब मानसून पूरी तरह से सक्रीय भी नहीं हुआ है। इस तरह के आवासों को चिंहित कर बड़ी टीम लगाने व दिक्कत को दूर करने की जरूरत थी। अधिकारियों ने इस बीच नगर सेवाएं विभाग के मुजाइक को उखड़वाकर उसके स्थान पर टाइल्स लगाने का फैसला ले लिया। ताकि दफ्तर में आते जाते उनको किसी तरह की परेशानी न हो। अब पहले से लगे हुए मोजाइक को तोड़कर निकाला जा रहा है और उसके स्थान पर टाइल्स लगाने का काम शुरू किए हैं। अधिकारियों के घर वैसे भी समय से पहले मेंटनेंस कर दिया जाता है और अब वे दफ्तर को भी चका-चक रखना चाहते हैं।
भिलाई इस्पात संयंत्र कर्मियों के घर का छज्जा गिर रहा है, जिससे वे घायल हो रहे हैं। पिछले दो माह की घटना पर नजर डालें, तो कम से कम आधा दर्जन घर के छज्जा गिरे हैं। वह भी तब जब मानसून पूरी तरह से सक्रीय भी नहीं हुआ है। इस तरह के आवासों को चिंहित कर बड़ी टीम लगाने व दिक्कत को दूर करने की जरूरत थी। अधिकारियों ने इस बीच नगर सेवाएं विभाग के मुजाइक को उखड़वाकर उसके स्थान पर टाइल्स लगाने का फैसला ले लिया। ताकि दफ्तर में आते जाते उनको किसी तरह की परेशानी न हो। अब पहले से लगे हुए मोजाइक को तोड़कर निकाला जा रहा है और उसके स्थान पर टाइल्स लगाने का काम शुरू किए हैं। अधिकारियों के घर वैसे भी समय से पहले मेंटनेंस कर दिया जाता है और अब वे दफ्तर को भी चका-चक रखना चाहते हैं।