अनोखा तरीका इजाद किया
छावनी टीआई गोपाल वैश्य ने बताया कि यह देशी जुगाड़ है। अलीगढ़ पुलिस का एक वीडियो मोबाइल में किसी ने भेजा था। उसे देखकर एक तरीका इजाद किया। लॉकडाउन में सामान नहीं मिल रहा था। हवलदार रामनारायण यदु ने एल्डरमेन गोयल की मदद से पाइप और रेगुलेटर का जुगाड़ किया। गैस चूल्हा पर 10 लीटर के कुकर रखा। जहां से सीटी निकलती है उसी स्थन पर पाइप लगा दी गई। एक पाइप के जरिए भाप निकासी के दो रास्ते बनाए। अब बारी-बारी से पुलिसकर्मी कुकर से भाप ले रहे हैं। पूरी उम्मीद है कि यह कुकर मशीन उन्हे कोरोना से बचाने में मदद करेगी।
छावनी टीआई गोपाल वैश्य ने बताया कि यह देशी जुगाड़ है। अलीगढ़ पुलिस का एक वीडियो मोबाइल में किसी ने भेजा था। उसे देखकर एक तरीका इजाद किया। लॉकडाउन में सामान नहीं मिल रहा था। हवलदार रामनारायण यदु ने एल्डरमेन गोयल की मदद से पाइप और रेगुलेटर का जुगाड़ किया। गैस चूल्हा पर 10 लीटर के कुकर रखा। जहां से सीटी निकलती है उसी स्थन पर पाइप लगा दी गई। एक पाइप के जरिए भाप निकासी के दो रास्ते बनाए। अब बारी-बारी से पुलिसकर्मी कुकर से भाप ले रहे हैं। पूरी उम्मीद है कि यह कुकर मशीन उन्हे कोरोना से बचाने में मदद करेगी।
कुकर में अदरक, लहसुन और तुलसी पत्ता डालकर लेंगे भाप
टीआई ने बताया कि यह देशी जुगाड़ बनाया है उसमें एक प्रेशर कुकर में अदरक, लहसुन, टीट्री ऑयल, तुलसी पत्ता और नीबू व संतरे का छिलका डालते हैं या फिर विक्स का लिक्विड। कुकर पानी से भर देते है। जिसे चूल्हे पर रखकर इससे निकलने वाली भाप को प्लास्टिक के पाइप के जरिए लिया जा रहा है। डॉ. राहुल गुलाटी, मेडिसिन विशेषज्ञ, एचओडी शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज ने बताया कि पुलिस वालों के लिए बहुत अच्छा और कारगर तरीका है। क्योंकि कोरोना संकट में कानून व्यवस्था के साथ पीडि़तों की मदद की दोहरी जिम्मेदारी है। उनकी दिनचर्या अनियमित रहता है। इसलिए थाना में ही दो तीन बार भाप ले सकते है। इससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाएगा।
टीआई ने बताया कि यह देशी जुगाड़ बनाया है उसमें एक प्रेशर कुकर में अदरक, लहसुन, टीट्री ऑयल, तुलसी पत्ता और नीबू व संतरे का छिलका डालते हैं या फिर विक्स का लिक्विड। कुकर पानी से भर देते है। जिसे चूल्हे पर रखकर इससे निकलने वाली भाप को प्लास्टिक के पाइप के जरिए लिया जा रहा है। डॉ. राहुल गुलाटी, मेडिसिन विशेषज्ञ, एचओडी शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज ने बताया कि पुलिस वालों के लिए बहुत अच्छा और कारगर तरीका है। क्योंकि कोरोना संकट में कानून व्यवस्था के साथ पीडि़तों की मदद की दोहरी जिम्मेदारी है। उनकी दिनचर्या अनियमित रहता है। इसलिए थाना में ही दो तीन बार भाप ले सकते है। इससे इंफेक्शन का खतरा कम हो जाएगा।