शहर एएसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि 21 जनवरी को
दंतेवाड़ा बचेली निवासी संतोषकुमार पिता एमकेवी कैमल (54 वर्ष) ने मारपीट व लूट की शिकायत की थी। वह दुर्ग के सूर्या होटल में ठहरा था। दूसरे दिन सुबह 11 बजे उसने चेकाउट कर दिया। दूसरे होटल में जाने के लिए रोड पर आया और ई-रिक्शा में सवार दो युवकों ने उसे कहा कि कहां जाना है। इस पर संतोष ने कहा कि उसे दूसरा होटल में जाना है।
तब आरोपी रेशम सरदार और हिरामन गोड़ ने उसे ई-रिक्शा में बैठा लिया। कई होटल दिखाए, लेकिन उसे पसंद नहीं आया। तब संतोष कुमार ने उनसे कहा कि उसे सूर्या होटल में ही ड्राप कर दें। इस पर दोनों बदमाशों की नीयत डोल गई। उसे कृषि उपज मंडी के अंदर सूनसान इलाके में ले गए।
शंका पर संतोष ई-रिक्शा से कूदकर भागा
टीआई शिव चंद्रा ने बताया कि संतोष को समझ आया कि रिक्शा चालक उसे सूनसान इलाके में ले जा रहा है। तब वह रिक्शा से कूद गया। आरोपी रेशन और हिरामन रिक्शा को लौटाकर उसके पास आए। बोलने लगे कि गाड़ी उसके ऊपर चढ़ा देगा। संतोष भयभीत हो गया। इसी बीच दोनों बदमाश उसके गले से 4 तोले सोने की चेन झपटकर भाग गए। उसका बैग भी छिन लिया जिसमें कपड़े रखा था।
बातचीत में आरोपियों ने बता दिया था अपना नाम
टीआई ने बताया कि संतोष शिकायत में रेशम सरदार और बाठू देवार का नाम ले रहा था। इसी अधार पर पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले। आरोपी बांबे आवास निवासी रेशम सरदार, बाठू देवार को संदेह में पकड़ा। पूछताछ में दोनों बदमाश ने
लूट करना स्वीकार किया। सोने की चेन को बलजीत सिंह के पास बेच दिया था। उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।